आर.हिमांशु (स्टेट हेड, यूपी)
लखनऊ। अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जा रहा है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 200 मेहमान शामिल होंगे। यह एक ऐतिहासिक दिन होगा। अयोध्या में वीवीआईपी की मौजूदगी और इतने बड़े आयोजन को देखते हुए प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की ओर से प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर आतंकी संगठनों द्वारा किसी तरह की साजिश रचे जाने का अंदेशा जताने के बाद अयोध्या के आसपास के जिलों में भी अतिरिक्त सतर्कता के निर्देश दिए जा चुके हैं। खुफिया विभाग के साथ ही एटीएस को भी अलर्ट किया गया है। इन जिलों में सादी वर्दी में पुलिस व खुफिया एजेंसियों के कर्मियों को तैनात करने के साथ ही किसी तरह की चूक न होने देने की ताकीद की गई है।
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बता दें कि पिछले वर्ष पांच अगस्त को ही कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया गया है। जिसका एक वर्ष पूरा हो रहा है। पांच अगस्त को ही अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया जा रहा है। इसलिए केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की तरफ से मिले इनपुट को प्रशासन पूरी गंभीरता से ले रहा है।
राजधानी लखनऊ में भी खास चौकसी बरतने को कहा गया है। सभी जिलों में महत्वपूर्ण स्थानों के साथ बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और धार्मिक स्थलों पर सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। पूर्वांचल के जिलों और इंडो-नेपाल बॉर्डर सीमा पर एसएसबी के साथ यूपी एटीएस सक्रिय की गई है। दिल्ली से सटे एनसीआर क्षेत्र में भी चौकसी बढ़ाने को कहा गया है।
15 अगस्त तक बनी रहेगी यही व्यवस्था:
दरअसल, एक अगस्त को बकरीद, तीन अगस्त को रक्षाबंधन और पांच अगस्त को अयोध्या में भूमिपूजन के साथ ही 370 की बरसी भी पड़ रही है। जिससे कि इस समय को बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस होने तक हाईअलर्ट जारी रहेगा। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी सहित अन्य वीवीआईपी की मौजूदगी को देखते हुए अयोध्या व आसपास के इलाकों में अत्यधिक सतर्कता रहेगी।