सरकारी स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई में प्राइवेट स्कूलों को छोड़ा पीछे, शिक्षा विभाग भी हैरान

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। राज्य में एक बार फिर से 15 हजार सरकारी स्कूलों ने ऑनलाइन स्टडी में प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। सरकारी स्कूलों में 12 कक्षाओं के ऑनलाइन स्टडी के लगातार बढ़ रहे रेशो से शिक्षा विभाग भी हैरान है। दरअसल कक्षा एक के 84 हजार छात्र ऐसे हैंए जो व्हाट्सऐप पर शिक्षकों के साथ कनेक्ट हो रहे हैं व कक्षाएं लगा रहे हैं। इसी के साथ तीसरी कक्षा के 53 हजार, कक्षा चौथी के 65 हजारए पांचवीं के 60 हजार, छठी व सातवीं के एक लाख 89 हजार, आठवीं के एक लाखए नौवीं के एक लाख सात हजारए दसवीं के दो लाखए जमा एक व दो के एक लाख 66 हजार छात्र ऑनलाइन स्टडी का हिस्सा व्हाट्सऐप के माध्यम से बन रहे हैं।
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खास बात यह है कि अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र व अभिभावक भी इस बात को समझ गए हैं कि ऑनलाइन स्टडी का ही एक माध्यम ऐसा बचा हैए जिसके जरिए हम पढ़ाई कर सकते हैं। साथ ही शिक्षा विभाग भी अब हर घर पाठशाला के लिंक पर रोज यह अपडेट ले रहे हैं कि कितने छात्रों ने ऑनलाइन क्लास लगाई व ऑनलाइन क्लासेज लगाने का रेशों बढ़ रहा है या नहीं। हालांकि जो आकंड़े समग्र शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर हैं, उससे तो साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिछले दो माह से ऑनलाइन शिक्षा सरकारी स्कूलों में जो बिलकुल ठप थीए वह अब एक बार फिर से बढ़ने लगी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से लेकर बीआरसीसी भी हर ब्लॉक पर शिक्षकों को नया स्टडी मैटीरियल तैयार कर भेज रहे हैं। वहीं 20 प्रतिशत जो छात्र ऑनलाइन स्टडी का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैंए उन्हें घर तक नोट्स भेजने के आदेश भी जारी किए गए हैं।
शिक्षकों द्वारा अभी तक छात्रों का ऑनलाइन होमवर्क शीट को देखेंए तो क्लास पहली व दूसरी के 15 हजार छात्रों ने यह वर्कशीट भरी। साथ ही क्लास थ्री के भी 13 हजार छात्रों ने होमवर्क के तौर पर ऑनलाइन वर्कशीट को भरकर शिक्षकों को ऑनलाइन भेजी। चौथी कक्षा के 13 हजारए कक्षा पांचवीं के 13 हजारए कक्षा छठी व सातवीं के 27 हजारए आठवीं के 27 हजारए नवीं के 22 हजारए दसवीं के 23 हजारए जमा एक व दो के 20 हजार छात्रों ने ही ऑनलाइन वर्कशीट भरी।

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