आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। जिला परिषद शिमला के उपाध्यक्ष व अढाल वार्ड से जिला परिषद सदस्य सुरेन्द्र रेटका ने हाल में हुई बेमौसमी बर्फ़बारी से हुए नुकसान पर दुख जाहिर करते हुए कहा कहा कि बेमौसम बारिश व बर्फबारी से छोटे बागवान से लेकर बड़े बड़े बागवानों को बहुत नपकसान पंहुचा है। इस दुख की घड़ी में वे सभी किसानों-बागवानों के साथ खड़े हैं।
रेटका ने कहा कि, वे स्वयं एक बागवान होने के नाते सभी बागवान व किसान भाईयों का दर्द समझते हैं। छोटे से छोटे बागवान व बड़े बागवानों का कई करोड़ो में नुकसान हुआ है । प्रदेश सरकार से आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बर्फबारी से हो रहे नुकसान का जायजा लें और हर बागवानों को मुआवजा दें क्योंकि अब लोगों के फसल की उम्मीद तो दूर की बात है। इस भारी बर्फबारी से उनके सेब के पौधे ही नष्ट हो चुके हैं।
भारी बर्फबारी, व ओलावृष्टि से अन्य फसलों व बगीचों को भारी क्षति हुई है। सरकार तुरन्त आंकलन कर प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा प्रदान करें | रेटका ने कहा कि अगर रोहड़ू की बात करें तो सबसे अधिक नुकसान जिला परिषद आढ़ाल वार्ड के सात हज़ार फ़ीट की हाइट वाले क्षेत्र में अत्यधिक नुकसान बागवानों का हुआ है। उन्होंने सरकार से मांग की है किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड लोन माफ किया जाए।
रेटका ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि नुकसान का सही आंकलन कर बागवानों को तुरंत फौरी तौर से राहत राशि प्रदान की जाए ।बागवानी में हुए नुकसान को एक आपदा घोषित किया जाये और लोगो को दवाईयां इत्यादि उचित मूल्य में उपलब्ध कराई जाये । रेटका का कहना है लगभग 4 से 5 सो करोड़ का नुकसान हो रखा है सरकार को इस मसले पर गभीरता से विचार करना चाहिए