विशेषर नेगी
शिमला। हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग ने लावारिस छोड़े गए गौ वंश को आश्रय देने के लिए मुहिम तेज कर दी है। अधिक से अधिक गौशाला बने इसके लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग से पंजीकृत गौशालाओं को रूपये 500 प्रति पशु मासिक धनराशि आयोग की ओर से दी दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने रामपुर के गौ शालाओ का दौरा कर रामपुर नगर परिषद की गौशाला व् नोगली गीता महिमा गौशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग में 14400 से अधिक पशु 168 गौ शालाओं में पंजीकृत है। उन गौशालाओ को 70 लाख से अधिक धनराशि हर महीने दिया जा रहा है।
अभी भी 16 हजार से अधिक गोवंश सड़कों में है। इन पशुओं को गौशाला में संरक्षण देने के लिए प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पहली बार ऐसा कानून बनाए जा रहा है जिससे पशुओं को सड़कों पर छोड़ने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी। उसमें 6 महीने की सजा व 5 हजार जुर्माना का प्रावधान किया जाएगा। अशोक शर्मा ने बताया हिमाचल प्रदेश में कुल 182 गौशाला बन गई है। आयोग बनने से पहले 148 गौशाला थी। इन से168 के करीब आयोग के पास पंजीकृत है।