प्रदेश में 14 लोग लापता, लाहौल-स्पिति में 60 पर्यटक व स्थानीय वाहन फंसे
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजधानी शिमला में मंगलवार देर रात से हो रही बारिश ने शहर में तबाही मचा रखी है। शहर में कई स्थानों पर भूस्खलन होने और पेड़ गिरने से लाखों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। भूस्खलन से कई गाड़ियां भी मलबे में दब गई हैं। शहर के पंथाघाटी वार्ड के शिवमंदिर एरिया में सड़क किनारे खड़ी कार पर भूस्खलन हो गया। पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरने से कार चकनाचूर हो गई।
भूस्खलन से यहां बिजली ट्रांसफार्मर को भी खतरा पैदा हो गया है। मज्याठ में भी सड़क किनारे की जमीन धंसने से इस पर पार्क बोलेरो लुढ़क गई। बाद में इसे क्रेन की मदद से निकाला गया। शहर में जगह-जगह पेड़ गिरने और सड़कों पर मलबा आने से बुधवार सुबह यातायात व्यवस्था भी ठप रही। पेयजल परियोजनाओं में गाद आने से शहर में पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई है।
इससे पहले, हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट के बीच शिमला और लाहौल -स्पीति में भारी बारिश से भूस्खलन और चट्टानें गिरने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। लाहौल-स्पीति में जगह-जगह भूस्खलन से करीब 60 पर्यटक व स्थानीय वाहन फंस गए हैं।
वहीं, चंबा जिले में भरमौर-पठानकोट एनएच पर चनेड़ के पास देर रात भारी बारिश से हुए भूस्खलन को हटाने में जुटी जेसीबी का हेल्पर साथ में बह रहे नाले के तेज बहाव में बह गया। एसडीएम नवीन तनवर ने बताया कि सुनील कुमार निवासी सिरकुंड पंचायत गांव कुडगल की तलाश की जा रही है। लाहौल-स्पीति के छह नालों में बाढ़ आई।
काजा से लाहौल के लिए निकले तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा बातल में फंस गए हैं। मनाली-लेह मार्ग को जिला प्रशासन ने अगले 12 घंटे के लिए बंद कर दिया है। लेह की ओर जाने वाले वाहन केलांग में रोक दिए। जाहलमा नाले पर बना पुल और एक गाड़ी बह गई। लाहौल-स्पीति में भारी बारिश के बाद मनाली-लेह मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर नूरपुर के पास न्याजपुर में एक कार पर पहाड़ी से चट्टानें आ गिरी। हादसे में चालक को घायल अवस्था में कार की छत तोड़कर निकाला गया। हादसे में कार चालक अवतार सिंह निवासी बडूखर (इंदौरा) की एक टांग फ्रेक्चर हुई है। उसे टांडा मेडिकल कॉलेज में दाखिल किया गया। चंबा में भी 30 जुलाई तक अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के बीच शिमला, सिरमौर में दो मकान ढह गए, जबकि सिरमौर के ददाहू में बस स्टैंड के भवन का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
मंडी के धर्मपुर में भी दो कच्चे मकान और एक गोशाला को नुकसान हुआ है। हिमाचल में बुधवार को भी भारी बारिश का रेड अलर्ट है। चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला जिले में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। 29 जुलाई को ऑरेंज और 30-31 जुलाई को बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 2 अगस्त तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।