आदर्श हिमाचल ब्यूरो
हमीरपुर: भोरंज की विधायक एवं हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी ने कहा है कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एचपी शिवा परियोजना राज्य के मध्यम एवं कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए वरदान साबित हो सकती है। इससे इन क्षेत्रों में बागवानी की नई क्रांति का सूत्रपात हो सकता है।
किसानों और बागवानों को इस परियोजना का भरपूर लाभ उठाना चाहिए। शुक्रवार को भरेड़ी में उद्यान विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव एवं एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कमलेश कुमारी ने यह अपील की।
उन्होंने कहा कि किसानों-बागवानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने कई योजनाएं आरंभ की हैं। इन योजनाओं के माध्यम से नकदी फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।
कमलेश कुमारी ने कहा कि केमिकल युक्त जहरीले रसायनों, उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से हमारी जमीन में जहर घुलता जा रहा है। इसे रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने ‘प्राकृतिक खेती, खुशहाल किसान’ योजना आरंभ की है। इस योजना के कारण प्रदेश के हजारों किसान प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं। प्राकृतिक खेती में आज हिमाचल प्रदेश पूरे भारत में एक मिसाल कायम कर रहा है।
भोरंज विधानसभा क्षेत्र के विकास की चर्चा करते हुए कमलेश कुमारी ने कहा कि चार वर्षों के दौरान क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की नई योजनाएं मंजूर की गई हैं। इससे क्षेत्र का चहुमुखी विकास सुनिश्चित हुआ है। इस अवसर पर कमलेश कुमारी ने एचपी शिवा परियोजना के तहत क्षेत्र के किसानों-बागवानों को फलदार पौधे भी वितरित किए।
इससे पहले उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. आर.एल. संधू ने उप मुख्य सचेतक का स्वागत किया तथा विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कृषि एवं बागवानी के विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ. सोम देव शर्मा ने उपस्थित किसानों-बागवानों को ऊष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में बागवानी की संभावनाओं, डॉ. प्रदीप कुमार ने मशरूम की खेती, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप पाटिल ने पशु पालन और कृषि विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. विपिन शर्मा ने कृषि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें नकदी फसलें और आधुनिक कृषि उपकरण भी प्रदर्शित किए गए।
इस अवसर पर भोरंज भाजपा मंडल अध्यक्ष देशराज शर्मा, महामंत्री अशोक ठाकुर, चमन ठाकुर, पार्टी के अन्य पदाधिकारी, पंचायत जनप्रतिनिधि, विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. ऊषा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।