हिमाचल प्रदेश में सरकार बदलते ही राज्य के सबसे बड़े इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (IGMC) में ‘जय हिंद’ बोलने पर विवाद हो गया है। शिमला स्थित इस IGMC में तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स के जयहिंद बोलने पर पाबंदी लगा दी गई है। सिक्योरिटी गार्ड्स ने खुद इसका खुलासा किया। उनका आरोप है कि अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. राहुल राव ने उन्हें रोका है। जब उन्होंने इसका विरोध किया गया तो उनकी सैलरी ही रोक दी गई। हाल ही में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है। IGMC शिमला में सिक्योरिटी में तैनात कर्मियों का कहना है कि बीते दिन अचानक मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने ऑर्डर जारी कर दिए कि अब अस्पताल के किसी भी अधिकारी को सिक्योरिटी गार्ड जय हिंद नहीं बोलेंगे। वे सिर्फ अपने काम से काम रखेंगे। इसका पता चलते ही सिक्योरिटी गार्ड भड़क गए। उन्होंने काली पट्टी बांधकर इसका विरोध शुरू किया।
आईजीएमसी के सुरक्षा कर्मियों ने लगाए डॉ. राहुल राव पर आरोप
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। आई.जी.एम.सी. हॉस्पिटल एवम् सहयोगी अस्पताल दंत चिकित्सक महाविद्यालय अस्पताल के प्रधान हरिन्द्र सिंह मैहता, और वरिष्ठ उपप्रधान कल्पना राचैक महा सचिव हनीश ठाकुर उपप्रधान भारत गुप्ता सयुंक्त सचिव रंजीत कुमार सिंह, प्रेस सचिव सन्नी चौहान, उनकी समस्त कार्यकारिणी के सदस्य अनिल जीशटू, कपूर जीशटू, ब्रिज भूषण शर्मा, हातैदर चौहान, भवनैश कुमार, भीष्म, राजेश चौहान, राजन भीमटा, राजेश भारद्वाज, राजेश रोका, राजेश कश्यप, गिरीश महंत, वीरेंद्र घूनटा, प्रदीप वर्मा, कैलाश शर्मा, अरविंद डोगरा, सुशील, हरि प्रिया, विद्या दर मीरा चौहान, सुशीला नेगी, तथा मंगला सूद Igmc सुरक्षा कर्मियों ने जो आरोप लगाए गए है वे सब निराधार है क्यूँ की इस तरह की भाषा का प्रयोग डॉ राहुल राव नही कर सकते।
यह एक तरह से उनकी साफ छवि को ख़राब करने का प्रयास किया जा रहा है क्यूँ की उन्हें प्रशासनिक सेवाओं का बहुत बड़ा अनुभव है वह मरीजों के लिए सदैव तत्पर रहते हैं वह सुरक्षा कर्मियों को चाहिए था कि वह प्रशासन से बात करके आपस में बैठ कर इस मसले को सुलझाया जाता। प्रेस और मीडिया में जाने का कोई औचित्य नहीं बनता है। यह अस्पताल का आंतरिक मामला था इस तरह की गलतफहमी को सुधारा जाता। क्यूँ की Igmc हमारा एक परिवार है परिवार के झगड़े परिवार में ही निपटाया जाए जो हम सब और मरीजों के हित में होता।
जहां तक बाई मैट्रिक हाजिरी की बात है यह आदेश माननीय उच्च न्यायालय द्वारा 15/11/2022 को दिए गए हैं। ये आदेश इन पर ही नही ब्लकि समय रहते समस्त कर्मचरियों पर भी लागू होगा ।
इस पर नर्सिंग संघ के अध्यक्ष शीतल, महामंत्री ममता भारद्वाज और डाटा एंट्री ऑपरेट संघ के अध्यक्ष अरविंद पाल महामंत्री विनोद और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहन लाल महामंत्री अनिल कुमार और उनकी कार्यकारिणी सदस्य अमर ठाकुर, रमेश शर्मा, रतन ठाकुर, नरेश कुमार, आत्मा राम शर्मा, हिम्मत ने इस खबर का खंडन किया है और उन्होंने भी आपत्ति जाहिर की।
इस विषय को ले के IGMC के प्रधान हरिन्द्र सिंह मैहता ने आरोपी से भी बात की तथा उसके द्वारा Sr. MS से जल्द से जल्द बैठ कर बात करने की इच्छा जाहिर की तथा जल्द ही इस मसले को सुलझाया जाएगा।
यह है पूरा मामला:-