खोकसर एवं सिस्सू पंचायतों में पर्यटन स्थलों के आसपास साफ-सफाई एवं गंदगी का निरीक्षण किया

  आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। अपूर्व देवगन (आईएएस) सदस्य सचिव, हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एसडीएम केलांग, राज्य बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय कुल्लू के क्षेत्रीय अधिकारी एवं हीलिंग हिमालय के संस्थापक  प्रदीप सांगवान के साथ लाहुल ब्लॉक के खोकसर में एमआरएफ (सामग्री रिकवरी सुविधा) अपशिष्ट प्रबंधन स्थल जिला लाहौल स्पीति, हिमाचल प्रदेश का,  9 अप्रैल 2023 को, फील्ड निरीक्षण किया। खोकसर पंचायत के प्रधान और सिस्सू पंचायत के उप-प्रधान भी निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहे। सदस्य सचिव ने संबंधित पंचायत के पक्ष में एमआरएफ साइट के हस्तांतरण में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए ताकि जल्द से जल्द एमआरएफ सुविधा विकसित की जा सके। दूसरा निरीक्षण सिस्सू हेलीपैड के पर्यटक सुविधाओं के आसपास किया गया।
पर्यटन सीजन की शुरुआत के साथ, मनाली-लेह राजमार्ग पर अटल सुरंग के खुलने के बाद से खोकसर और सिस्सू क्षेत्रों में पर्यटकों की भारी आमद देखी जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप अधिक व्यावसायिक प्रतिष्ठान और बढ़ती आबादी के वजह से कचरे के उत्पादन में भारी उछाल आया है, जिसके वैज्ञानिक निपटान की आवश्यकता है। वर्तमान में साडा का एक वाहन लाहौल घाटी से कूड़ा को मनाली स्थित रंगड़ी वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाता है। इसके अलावा, ऐसी शिकायतें थीं कि चंद्रा और भागा नदियों में बड़े पैमाने पर कचरा फेंकने की प्रथा प्रचलित है, जिससे लाहुल घाटी की नदी पारिस्थितिकी के लिए खतरा पैदा हो गया है।
उक्त को ध्यान में रखते हुए सदस्य सचिव ने उपरोक्त टीम के साथ खोकसर एवं सिस्सू पंचायतों में पर्यटन स्थलों के आसपास साफ-सफाई एवं गंदगी का निरीक्षण किया तथा कई दिशा-निर्देश जारी किये। एक महीने के भीतर पर्यटन स्थलों और आसपास के कूड़े को साफ करने के लिए स्वच्छता अभियान चलाने और पर्यटकों, स्थानीय जनता और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों विशेष रूप से ढाबों के बीच बड़े पैमाने पर जागरूकता गतिविधियां चलाने का निर्देश दिया गया ताकि क्षेत्र को साफ रखा जा सके और उन्हें अपने कचरे को अलग करने के पश्चात इसके वैज्ञानिक निपटान के लिए राजी किया जा सके।
उन्होंने घाटी को साफ रखने के लिए सभी हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए विशेष अभियान शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सदस्य सचिव ने सभी हितधारकों को प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अपने व्यवहार में कचरे के पृथक्करण को शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिन्हित एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) वस्तुओं पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया, जो 1 जुलाई 2022 से प्रभावी है, और जिसे अन्यथा घाटी में संतोषजनक पाया गया। टीम ने स्थानीय व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से एसयूपी का कुछ सामान भी जब्त किया।
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टीम को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि स्थानीय लोगों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने अपने दैनिक जीवन में बायो-डिग्रेडेबल कटलरी, कप का उपयोग करना शुरू कर दिया है। अंत में, सदस्य सचिव ने स्थानीय अधिकारियों को पर्यटन स्थलों पर गंदगी फैलाने वाले पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों पर, यदि आवश्यक हो, तो जुर्माना लगाने के निर्देश दिए।
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