आदर्श हिमाचल ब्यूरो
धर्मशाला: अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राम लोक धनोटिया ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में ओबीसी जनसंख्या का सही आकलन करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं ताकि ओबीसी वर्ग के सभी लोगों को योजनाओं एवं कार्यक्रमों का सही लाभ मिल सके।
बुधवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष ने जिला प्रशासन तथा उपमंडलाधिकारियों, राजस्व अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन 1993 में किया गया, आयोग मुख्य तौर पर ओबीसी से संबंधित विभिन्न मामलों को समय समय पर सरकार के ध्यान में लाता है इसके अतिरिक्त आयोग ने अन्य पिछड़ा वर्ग को बेहतर सुविधाएं मिलें इस के लिए भी सरकार को सिफारिशें भेजी जाती हैं।
उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग नियमित तौर पर ओबीसी वर्ग से संबंधित विभिन्न विषयों को भी गहराई से मंथन करता है। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग की टीम ने राज्य के विभिन्न जिलों में भ्रमण कर ओबीसी वर्ग की समस्याओं का भी जायजा लिया है।
उन्होंने कहा कि ओबीसी वर्ग के माध्यम से उठाए गए विभिन्न मामलों को भी सरकार के समक्ष प्रमुखता से उठाया गया है। इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राम लोक धनोटिया ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ओबीसी प्रमाण पत्र इत्यादि बनाने में किसी भी स्तर पर देरी नहीं की जाए ताकि लोगों को बार-बार कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ें। इस अवसर पर अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष ने आउटसोर्स में रखे कर्मचारियों में ओबीसी वर्ग के बारे में भी रिपोर्ट जिला प्रशासन से ली तथा इस पर संतोष भी व्यक्त किया गया।
इससे पहले सदस्य सचिव एमडी नेगी ने बैठक का संचालन करते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल, एसपी खुशहाल, एडीसी गंधर्वा राठौढ़, आयोग के सदस्य शिव चरण चौधरी, सदस्य रीमा धीमान सहित उपमंडलाधिकारी तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।