आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। आखिरकार प्रदेश सरकार द्वारा कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की दशकों पुरानी मांग को पूरा करके जुन्गा को तहसील का दर्जा दे दिया गया है । मंगलवार को हुई प्रदेश मंत्रीमंडल की बैठक में उप तहसील जुन्गा का दर्जा तहसील किए जाने बारे निर्णय लिया गया है । जुन्गा को तहसील का दर्जा मिलने से समूचे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है ।
बता दें कि तहसील का दर्जा मिलने से जुन्गा क्षेत्र की 12 पंचायतों के लोगों को राजस्व संबधी कार्यों के लिए शिमला नहीं जाना पड़ेगा । हाल ही में उप तहसील के अंतर्गत 12 पंचायतों में सात पटवार सर्कल आते हैं । तहसील बनने पर इसमें शिमला ग्रामीण के कुछ पटवार सर्कल शामिल किए जा सकते हैं । गौर रहे कि बीते वर्ष 10 नवंबर को सीएम जयराम ठाकुर ने जुन्गा प्रवास के दौरान कसुंपटी के तीन दिग्गज भाजपा नेताओं द्वारा तहसील का दर्जा देने बारे मांग की गई थी । जिस पर सीएम द्वारा इसका सर्वें करवाने बारे बात कही गई थी । इसी प्रकार बीते कुछ महीनों से किसान सभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ0 कुलदीप तंवर द्वारा इस मुददे को मिडिया में काफी उजागर किया गया था। गौर रहे कि जुन्गा क्षेत्र के लोगों की समस्या को देखते हुए पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह द्वारा अक्तूबर 1988 में उप तहसील खोली गई थी और बीते करीब 15 सालों से इस क्षेत्र के लोग तहसील का दर्जा देने बारे मांग की जा रही थी ।
जुन्गा को तहसील का दर्जा दिए जाने पर सक्षम गुड़िया बोर्ड की उपाध्यक्ष रूपा शर्मा, पूर्व भाजपा प्रत्याशी विजय ज्योति सेन, कसुपंटी भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका, महासचिव पवन कुमार, जिला भाजपा सदस्य प्रीतम ठाकुर सहित अनेक भाजपा पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है ।