नंदलाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने एनआईटी हमीरपुर के 13वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की

 

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो,

शिमला:। नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश के 13वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। मुख्य अतिथि श्री नन्द लाल शर्मा ने बी-टेक पाठ्यक्रमों मेंउत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान किए। इस वर्ष, कुल 1172 उपाधियाँ प्रदान की गईं, जिनमें से 563 ने इसे भौतिक रूप से प्राप्त किया । उन्होंने सुश्री आख्या राय, बी. टेक. (सिविल इंजीनियरिंग) को सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंडर के लिए निदेशक पदक से भी सम्मानित किया।

अपने दीक्षांत सम्बोधन में,  नन्द लाल शर्मा ने ग्रैजुएट विद्यार्थियों को सफलतापूर्वक शैक्षणिक सत्रों को पूरा करने के लिए बधाई दी। उन्हें लीक से हटकर सोचने और पारंपरिक तरीकों को चुनौती देने के लिए प्रेरित करते हुए, श्री शर्मा ने कहा, “ तृष्णा से भरे और असंतुष्ट रहो; ज्ञान की तृष्णा और आप जो जानते हैं और पहले से ही हो उससे असंतुष्ट रहो। नियमित नई चीजें सीखते रहो, बढ़ने का प्रयास करते रहो, मुश्किलों में भी अपने लक्ष्य पर डटे रहो, त्वरित निर्णय लेते रहो और इससे आपको सफलता अवश्य मिलेगी।”
नन्द लाल शर्मा ने पुन: विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे संस्थान को उपलब्धियां वापिस देकर, जूनियर्स की सहायता करके और अपने प्रत्येक कार्य में गुणवत्ता लाकर अपनी संस्था को गौरवान्वित करें। उन्होंने उन्हें भारत सरकार की विभिन्न पहलों, जैसे मेक इन इंडिया, आत्मानिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया आदि को बढ़ावा देकर राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का भी आह्वान किया।
इस अवसर पर,  नन्द लाल शर्मा ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और संस्थान को देश का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान बनाने हेतु लगनशीलता से काम करने के लिए एनआईटी हमीरपुर के फ़ैकल्टी और कर्मचारियों के प्रयासों की भी सराहना की।  नन्द लाल शर्मा ने कहा, “एसजेवीएन और एनआईटी हमीरपुर, दोनों अपने-अपने क्षेत्रों में प्रमुख संस्थान हैं, दोनों में दीर्घकालीन जुड़ाव है और तकनीकी-सांस्कृतिक भागीदार हैं।” उन्होंने कहा कि इस साझेदारी को एक कदम आगे बढ़ाते हुएआजएसजेवीएन और एनआईटी हमीरपुर के मध्य विद्युत के विकास क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को शुरू करने के लिए एसजेवीएन चेयर प्रोफेसरशिप की स्थापना हेतु एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है। इस समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में, एसजेवीएन 40 लाख रुपए का योगदान दे रहा है। उन्होंने घोषणा की कि एसजेवीएन सक्रिय है और एनआईटी हमीरपुर के विद्यार्थियों द्वारा हाइड्रो, सोलर, विंड, कंसल्टेंसी, ग्रीन हाइड्रोजन आदि के क्षेत्र में किसी भी शोध प्रोजेक्टमें सहयोग करने के लिए तैयार है।
एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश में एकल परियोजना के साथ शुरुआत की और वर्तमान में इसका कुल पोर्टफोलियो लगभग 42,000 मेगावाट है।

 

एसजेवीएन कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शित सर्वाधिक उच्च जनशक्ति उत्पादकता ने कंपनी को अंतर्राष्ट्रीय सर्वोच्च उपस्थिति प्रदान की है और यह भारत और विदेशों में 69 परियोजनाओं को कार्यान्वित कर रही है। वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट क्षमता के साथ, कंपनी का लक्ष्य 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से 50% ऊर्जा सृजित करते हुए भारत सरकार के विजन को साकार करने में रणनीतिक भागीदार बनना है।