शिमला: हिमाचल प्रदेश का बजट सत्र चल रहा है और सत्र का आज तीसरा दिन है चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष कई मुद्दों पर बहस कर रहा है मगर साथ ही यूक्रेन में बिगड़े हालात और युद्ध की स्थिति के बीच हिमाचल के छात्रों की एक बड़ी संख्या भी इस वक्त यूक्रेन में फंसी है। नेता विपक्ष अग्निहोत्री ने सदन में यह मसला उठाया तो जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम निरंतर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं यूक्रेन में युद्ध छिड़ जाने के बाद स्थिति विकट हो गई है और इस वक्त यूक्रेन से किसी भी विद्यार्थी को एअरलिफ्ट करना मुश्किल हो गया है ऐसे में अब भारत सरकार प्रयास कर रही है कि इन विद्यार्थियों को पोलैंड के रास्ते वापस हिंदुस्तान लाया जाए इसके अलावा मुख्यमंत्री ने हिमाचल से यूक्रेन में फंसे छात्रों की जानकारी एकत्र करने की भी बात कही।
हिमाचल के 120 से ज्यादा छात्र हो सकते हैं यूक्रेन में, विदेश मंत्री एस जयशंकर से हैं संपर्क में: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने सदन ने बताया कि इस मामले को लेकर वे विदेश मंत्री एस जयशंकर से संपर्क में है और निरंतर इन छात्रों की घर वापसी को लेकर बात कर रहे हैं इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि 120 से ज्यादा हिमाचली छात्र यूक्रेन में फंसे हो सकते हैं हालांकि अभी इन छात्रों की कुल संख्या मालूम नहीं हो पाई है।
हेल्पलाइन नंबर 1100 पर 60 परिजनों ने दी जानकारी, कुल संख्या हो सकती है 120 से ज्यादा: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में बोलते हुए जानकारी साझा की के सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर 1105 यूक्रेन यूक्रेन में फंसे हिमाचल के लोगों की जानकारी मांगी गई है हालांकि अभी तक केवल 60 परिवारों की ओर से जानकारी दी गई है तो वहीं हिमाचल के यूक्रेन में फंसे लोगों की संख्या 120 से 130 होने का अनुमान है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने उन अभिभावकों से भी अपील की है जिन्होंने अभी तक हेल्पलाइन नंबर पर अपने किसी परिजन के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी नहीं दी है।
यूक्रेन में फंसे बच्चों को वापस भारत लाना एक अहम मसला, सरकार वहन करे छात्रों को लाने का खर्च: अग्निहोत्री
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने पाइंट आफ़ वाटर के माध्यम से सरकार के समक्ष आज यूक्रेन में फंसे प्रदेश के छात्रों की घर वापसी का विषय उठाया। अग्निहोत्री ने कहा सरकार को पता लगाना चाहिए कि यूक्रेन में हिमाचली छात्र कितनी संख्या में फंसे हुए हैं। और इन्हें शीघ्र अति शीघ्र घर वापस खिलाना चाहिए। इसके अलावा अग्निहोत्री ने कहा कि इन छात्रों को भारत सरकार निशुल्क वापस लाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों की स्थिति को लेकर बहुत परेशान हैं।