आदर्श हिमाचल ब्यूरो
किन्नौर। जनजातीय जिला किन्नौर के मुख्यालय रिकांग पिओ में आजजिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भविष्य में किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन कर पूर्वाभ्यास प्रशिक्षण किया गया जिसमें आई.टी.बी.पी, पुलिस, होमगार्ड, राजस्व, अग्निशमन व स्वास्थ्य विभाग के त्वरित प्रतिक्रिया दलों द्वारा बाढ़ व भू-स्खंलन जैसी आपातकालीन स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य किया गया।
मॉक ड्रिल में किन्नौर जिला के टी-डाँग पॉवर प्रोजेक्ट, पवारी की मजदूर बस्ती व नाथपा में भू-स्खलन वाले संवेदनशील स्थान को चिन्हित कर आपदा की स्थिति दर्शाई गई। टी-डाँग पॉवर प्रोजेक्ट में गलेशीयर झील के फटने से बाढ़ की स्थिति, पवारी की मजदूर बस्ती में बाढ़ की स्थिति तथा नाथपा में भू-स्खलन की स्थिति को दर्शाया गया तथा त्वरित प्रतिक्रिया दलों को रवाना कर राहत एवं बचाव कार्य किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस व एचआरटीसी की बसों को भेजकर घायलों व आपदा के कारण फंसे हुए लोगों की त्वरित निकासी की गई।
इस दौरान राजस्व विभाग द्वारा राहत एवं बचाव शिविर भी लगाया गया तथा आपदा के कारण लोगों को हुए जान-माल के नुकसान का आंकलन किया गया। इस अवसर पर घटना कमांडर-सहायक आयुक्त किन्नौर विजय कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन को आपदा प्रबंधन के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए तथा इस संदर्भ में स्थानीय लोगों को समय-समय पर जागरूक करना चाहिए ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से तत्काल प्रभाव से निपटा जा सके। इसी संदर्भ में आज इस मैगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया तथा पूर्वाभ्यास प्रशिक्षण के माध्यम से भविष्य में होने वाली वास्तविक आपदा के समय किए जाने वाले कार्यों से बचाव व राहत कार्य दलों सहित आम लोगों को जागरूक किया गया।