आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि हम सभी को यह प्रयास करना चाहिए कि योग हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बने ताकि हम सभी मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे। डॉ. सैजल आज सोलन के गण की सेर स्थित मोहन शक्ति नेशनल हैरिटेज पार्क में आयोजित एक दिवसीय योग सम्मेलन में योगाभ्यास के उपरांत उपस्थित जनसमूह को उपस्थित कर रहे थे।
इस एक दिवसीय योग सम्मेलन का आयोजन शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन और केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत मोरार जी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
डॉ. सैजल ने इस अवसर पर कहा कि योग सदैव स्वस्थ रहने की कुंजी है। उन्होंने कहा कि विश्व को योग भारत की देन है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं प्रयासों से आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है।
आयुष मंत्री ने कहा कि योग के माध्यम से न केवल शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों को मिटाया जा सकता है अपितु योग हमें वर्तमान के दबाव और भागदौड़ के समय में मानसिक शांति भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के अनुसार जीवन का अंतिम लक्ष्य आत्मा का परमात्मा में विलीन होना अर्थात मोक्ष प्राप्त करना है। इस दिशा में योग ही हमारा मार्गदर्शक एवं हितैषी बन सकता है।
डॉ. सैजल ने कहा कि विभिन्न योगिक क्रियाओं पर शूलिनी विश्वविद्यालय जैसे अनुसंधान करने वाले शिक्षण संस्थान को शोध करना चाहिए। यह शोध जनमानस में योग को लोकप्रिय बनाने और योग के प्रचार-प्रसार में सहायक होना चाहिए। उन्होंने आशा जताई कि शूलिनी विश्वविद्यालय सनातन संस्कृति के इस आधार स्तंभ को जन-जन तक पहंुचाने में सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से 82 दिन पूर्व योगोत्सव कार्यक्रम की श्रृंखला आरंभ करने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से 100 दिन पूर्व ऐसे कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जा रही है।
इस कार्यक्रम को तीन हिस्सों में विभाजित कर पूर्ण किया गया।
इस अवसर पर शूलिनी कुलपति प्रो. डॉ. पी.के. खोसला, डॉ. सैजल की धर्मपत्नी रेनु सैजल, योग भारती के संस्थापक श्रीनिवास मूर्ति, उपमंडलाधिकारी सोलन अजय यादव, भारतीय प्रशासनिक सेवा परिवीक्षाधीन अधिकारी ओम कांत ठाकुर सहित शूलिनि विश्वविद्यालय के अध्यापक एवं छात्र उपस्थित थे।