मंडी लोकसभा: कांग्रेस को प्रतिभा पर भरोसा तो भाजपा में शांति स्वरूप ने भी जताई पिता की राजनीतिक विरासत संभालने की इच्छा  

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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शिमला। कांग्रेस ने मंगलवार शाम को हिमाचल के उप चुनावों के लिए अपने चारों आधिकारिक प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। हिमाचल में मंडी लोकसभा व तीन विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें से दो पर कांग्रेस सीधे तौर पर सहानुभूति लहर पर सवार दिख रही है। फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री स्व. सुजान सिंह पठानिया के बेटे भवानी पठानिया को चुनावी रण में उतार रही है तो वहीं मंडी लोकसभा से इस बार पूर्व सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व छह बार मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह भाजपा से सीधे टक्कर लेंगी।

 

इस सीट पर सबसे रोचक बात यह है कि इस संसंदीय क्षेत्र में मंडी जिला के नौ विधानसभा क्षेत्र आते हैं और वर्तमान में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ये गृह जिला भी है। जहां कांग्रेस यहां सहानुभूति लहर पर सवार हो अपनी नैय्या पार लगाने का प्रयास कर रही है तो वहीं अभी तक भाजपा ने अभी तक अपने आधिकारिक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

 

बता दें कि मंडी लोकसभा सीट दो बार बड़ी जीत दर्ज करने वाले भाजपा के स्व. सासंद राम स्वरूप शर्मा की मौत के बाद खाली हुई है। यहां दिलचस्प है कि जहां एक तरफ जुब्बल-कोटखाई में पूर्व मंत्री, वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा के बेटे को उनकी राजनीतिक विरासत सौंपने जा रही है तो वहीं मंडी में अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने की इच्छा जता चुके रामस्वरूप के बेटे शांति स्वरूप का नाम तक भाजपा ने पैनल में नही डाला है।

 

ये उप चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण और दिलचस्प है कि सासंद व तीन विधायकों की मौत के बाद खाली हुई इन सीटों पर जहां एक और कांग्रेस ने परिवार को ही तरजीह देते हुए दो सीटों पर टिकट आवंटन किया है तो वहीं भाजपा भी इस रीत का पालन करते हुए केवल एक सीट जुब्बल-कोटखाई से नरेंद्र बपरागटा के बेटे चेतन बरागटा पर दांव खेलने जा रही है। दूसरी तरफ मंडी सीट पर राम स्वरूप के बेटे की दावेदारी पर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व खामोश है।