शिमला : हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 20 सितम्बर तक प्रदेशभर में भारी बारिश होने की संभावना जाहिर की थी, जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी कर दिया था. लेकिन मौसम विभाग ने अब भारी बारिश की जगह प्रदेश में 20 सितंबर तक हल्की बारिश का दौर जारी रहने की बात कही है.
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में मानसून सितंबर महीने के आखिर तक रहेगा, लेकिन लगतार हो रहे भूस्खलन की वजह से इस बार प्रदेश को भारी नुक्सान उठाना पड़ा है. जहां जगह-जगह सड़के बंद हैं वहीं इस वजह से यातायात भी भारी रूप से प्रभावित हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पिछले 24 घंटों में प्रदेश में बरसात के कारण हुई दुर्घटनाओं में अबतक नौ लोगों की जान जा चुकी है. इनमें पांच मौतें चंबा, एक मौत कुल्लू और तीन मौतें शिमला जिले में हुई हैं. इस आकड़ों को अगर अबतक के बरसात के दौरान हुई दुर्घटनाओं में मरने वाले लोगों के अकड़े में जोड़े तो यह आंकड़ा 391 पहुंच चुका है.
भारी बारिश की वजह से हुई लैंडस्लाइड से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है.
बरसात के कारण किस जिले में हुईं सबसे ज्यादा मौतें ?
आकड़ों के अनुसार बरसात के कारण अबतक सबसे ज्यादा मौतें शिमला जिले में हुई हैं.
- शिमला जिले में 64
- किन्नौर में 50
- चंबा जिले में 47
- बिलासपुर जिले में 19
- हमीरपुर जिले में 15
- कांगड़ा जिले में 34
- कुल्लू में 25,
- लाहुल- स्पीति जिले में 24
- मंडी जिले में 32
- सिरमौर जिले में 30
- सोलन जिले में 30
- ऊना जिले में 21 लोगों की जान गई है.
यह खुलासा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की एक रिपोर्ट में हुआ है. साथ ही प्रदेश सरकार को बारिश की वजह से करीब एक हजार करोड़ का अबतक नुकसान हुआ है.