आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सोलन। शूलिनी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज ने योग-ज्ञानोत्सव के लिए एक प्रारंभिक कार्यक्रम का आयोजन किया। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस -2023 के 68 दिनों की उलटी गिनती को चिह्नित करने के लिए यह आयोजन किया गया था।
यह आयोजन तीन चरणों में आयोजित किया गया, जिसमें 200 से अधिक योग उत्साही लोगों ने सामान्य योग प्रोटोकॉल अभ्यास में भाग लिया। कार्यक्रम के अतिथि प्रो. राजेश्वर चंदेल, डॉ. वाई.एस. परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के कुलपति एवं जिला आयुष अधिकारी, डॉ. प्रवीण शर्मा थे। शूलिनी विश्वविद्यालय के चीफ लर्निंग ऑफिसर डॉ. आशू खोसला ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर “आध्यात्मिक जागृति के लिए योग” विषय पर यौगिक वैचारिक व्याख्यान, मुख्य वक्ताओं द्वारा दिए गए, जिनमें पतंजलि विश्वविद्यालय के पूर्व डीन प्रो. जी.डी. शर्मा, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. सत्य प्रकाश पाठक और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शामिल से शामिल थे। डॉ. अजय दुबे, सहायक प्रोफेसर, स्वामी राम हिमालय विश्वविद्यालय। वक्ताओं ने योग और अध्यात्म पर व्याख्यान दिया।
स्वागत भाषण प्रो. पी.के. खोसला चांसलर शूलिनी यूनिवर्सिटी द्वारा दिया गया , उन्होंने युगो पर अपने विचार साझा किए। इस कार्यक्रम में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल था, जहां स्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज के छात्रों ने सांस्कृतिक नृत्य, गायन और योग प्रदर्शन और खेल सहित सुंदर प्रदर्शन किए। सत्र का समापन डॉ. माला त्रिपाठी के औपचारिक धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।
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डॉ. सुबोध सौरभ सिंह, हेड ऑफ स्कूल, स्कूल ऑफ एंशिएंट इंडियन विजडम एंड योगिक स्टडीज ने कहा कि योग-ज्ञानोत्सव एक बेहद सफल और ज्ञानवर्धक आयोजन था, जिसने योग के प्रति उत्साही लोगों को अभ्यास करने के आध्यात्मिक और मानसिक लाभों के बारे में अधिक जानने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया। इस आयोजन ने योग के महत्व को बढ़ावा देने और समग्र कल्याण में इसके योगदान को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।