बच्‍चे की जान बचाने के लिए स्‍वां नदी में कूदी मां, लोगों ने बचाई महिला की जान, हुई बच्चे की मौत

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ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के हरोली क्षेत्र के लोअर पंजाबर गांव से सटी स्वां नदी में एक नाबालिग लड़के की डूबने की सुचना है. बच्‍चे को बचाने के लिए उसकी मां कांरां देवी पत्नी प्रिया दर्शन ऋषिदेव निवासी हाल पंजाबर ने भी स्वां नदी में छलांग मारी थी, लेकिन वह अपने बेटे को नहीं बचा पाई.

बच्चे को बचाने की वजह से महिला भी डूबने लगी थी, अचानक महिला को डूबता देख एक व्यक्ति ने स्वां में छलांग लगाकर महिला की जान तो बचा ली लेकिन महिला का बेटा तब तक पानी में डूब चुका था. सूचना मिलने पर पंडोगा पुलिस चौकी के प्रभारी खेम सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है. इसकी पुष्टि जिला के एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने की है.

जानकारी के अनुसार लोअर पंजाबर गांव में मंगलवार शाम नाबालिग स्वां नदी में नहाने के लिए उतरा. लेकिन पानी गहरा होने के कारण उसको पता नहीं चला सका कि वह कब पानी के आगोश में चला गया. वहीं पास में खड़ी नाबालिग की मां ने यह देख उसे बच्चा ने के लिए कूदी लेकिन खुद भी डूबने लगी. वहीं पास से गुजर रहे एक व्यक्ति ने स्वां नदी में मां बेटे को डूबते देखकर छलांग लगा दी और वह मां-बेटे को बाहर निकालकर लाया, लेकिन तब तक बच्चे की मौके पर ही मौत हो चुकी थी. जबकि महिला की जान बड़ी मुशकिल से बच पाई है. वहीं स्थानीय लोगों के सहयोग से मां-बेटे को अस्पताल ले जाया गया जहां महिला का प्राथमिक उपचार करके उसे घर भेज दिया गया वहीं महिला के बेटे को मृत करार कर दिया. सूचना मिलते ही पंडोगा पुलिस चौकी की टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंची. उसके बाद पुलिस ने बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में भेजा दिया है.

कुछ माह पहले भी हरोली क्षेत्र के लोअर बढेड़ा में एक 12 वर्षीय नाबालिग की स्वां नदी में डूबने से मौत हो गई थी. उसका शव दो दिन के बाद रामपुर के पास बने लंबे पुल के पास से बरामद किया गया था.