पवीता की शादी में मददगार बनी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

आनी/शिमला। परिवार की जिम्मेदारी उठाने वाले व्यक्ति का साया परिवार के सिर से उठ जाए या बीमारी के कारण बिस्तर पर ही जीवन गुजारना पड़े, ऐसे में परिवार का जीवन कठिन हो जाता है। परिवार के पास आजीविका का संकट तो रहता ही है, साथ ही साथ बच्चों की शादी ब्याह करवाना भी ऐसे में किसी संकट से कम नहीं होता। ऐसा ही संकट आनी के तराला गांव निवासी पीनू देवी के सामने भी आया। पति की बीमारी से असमय मौत होने पर उनपर जहां दुखों का पहाड़ टूटा, वहीं बेटी की शादी की चिंता भी सताने लगी। बेटी की शादी में होने वाले खर्च वहन करना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। ऐसे में उनकी मददगार बनीं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना। इस योजना के तहत 51 हजार रुपए सरकार की तरफ से पीनू देवी को मिले, जो उनकी बेटी पवीता की शादी में उनका बड़ा सहारा बने

पीनू देवी के पति स्वर्गीय गोविंद सिंह की आकस्मिक मृत्यु के बाद पीनू देवी के सामने दो बच्चों के पालन पोषण का संकट सामने आया। बेटी की शादी की जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर आ गई। दूध बेचकर गुजर बसर करने वाली पीनू देवी के सामने बेटी की शादी की जिम्मेदारी थी। उन्होंने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी। इस बीच उन्होंने प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के बारे में सुना और उन्होंने इस योजना के तहत बेटी की शादी में मदद के लिए सरकार को आवेदन किया।
उनकी बेटी पवीता की शादी नंद लाल गांव अवेरा निरमंड से हुई। उन्होंने इस योजना के लिए अगस्त 2019 में आवेदन किया और नवंबर 2019 में उनको इस योजना का लाभ मिल भी गया। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से उनके लिए यह राशि भी जारी कर दी गई है। पीनू देवी, उनकी बेटी पवीता और दामाद नंद लाल ने इस कल्याणकारी योजना के लिए प्रदेश सरकार का आभार जताया है। पवीता का कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने राशि में 11 हजार रुपए का इजाफा कर अब कुल 51 हजार रुपए किया है वह बेसहारा बेटियों की शादियों के लिए बहुत मददगार साबित हो रहा है।सीडीपीओ विपाशा भाटिया का कहना है कि पविता की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत राशि स्वीकृत कर जारी कर दी गई है। इस योजना के तहत सभी पात्र लाभार्थियों को राशि जारी करने के लिए विभाग कृत संकल्प है।