एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में ओरिएंटेशन कार्यक्रम से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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शिमला,। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में वीरवार को विभिन्न पाठ्यक्रमों व संकायों बीटैक, एमटैक, पत्रकारिता, बीबीए, एमबीए, लॉ, होटल मैनेजमेंट, पैरामेडिकल साइंसेज और फार्मेसी जैसे कई पाठ्यक्रमों में यूजी व पीजी प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में ३ दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम के माध्यम से की गई। पहले दिन लगभग दो सौ नए विद्यार्थियों ने विभिन्न संकायों में प्रवेश प्रक्रिया में हिस्सा लिया।

 

 

ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अधिष्ठाता व डीन प्रो. डॉ. आनंदमोहन शर्मा ने नए विद्यार्थियों को पूरे सेमेस्टर का शेड्यूल समेत अन्य शैक्षणिक गतिविधियों बारे विद्यार्थियों को अवगत करवाया। प्रो.डॉ. आनंदमोहन शर्मा ने कहा कि एक अगस्त से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो चुकी है और अभी प्रवेश अंतिम तिथि तक जारी रहेगा। नए विद्यार्थियों को मेंटर्स, आईडी कार्ड, यूनिफॉर्म, टाइम टेबल, कैलेंडर समेत विश्वविद्यालय की स्थापना बारे जानकारी दी। इसके अलावा विद्यार्थियों को एन्टी-रैगिंग, स्टूडेंट-वेलफेयर, स्पोर्ट्स करिकुलम, स्कॉलरशिप समेत अन्य विषय होस्टल, मेस, लाइब्रेरी, वीमेन सेल, जॉब-प्लेसमेंट सेल, स्मार्ट क्लास व विश्वविद्यालय का इन्फ्रास्ट्रक्चर बारे विद्यार्थियों का अवगत करवाया गया। प्रो. आनंदमोहन शर्मा ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सही व श्रेष्ठ गुणों वाली, चरित्र-निर्माण व आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा और सही शिक्षण संस्थान और योग्य शिक्षक हर विद्यार्थी के जीवन को सही दिशा देते हैं।

 

 

एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में ओरिएंटेशन कार्यक्रम से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत

वहीं इस कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. नीलम शर्मा ने भी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास व गुणात्मक शिक्षा हासिल करने में मददगार सुविधाओं बारे नए विद्यार्थियों को अवगत करवाया और उन्हें विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने व सुविधाओं में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने का आश्वासन भी दिया।
नए शैक्षणिक सत्र के आरम्भ होने पर विश्विद्यालय मंदिर में हवन पूजा का भी आयोजन किया गया जिसमे विश्विद्यालय के चांसलर इंजीनियर सुमन विक्रांत प्रो चांसलर डॉ. रमेश चौहान और रजिस्ट्रार डॉ. अंकित ठाकुर मौजूद रहें।