मलबे में दबे नरेश का 24 घंटे बाद भी नहीं लग सका कोई सुराग, आज सारी रात चलेगा बचाव कार्य

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आदर्श हिमाचल सोलन (परवाणू) :

परवाणू में चारमंजिला भवन के मलबे में दबे नरेश को 24 घंटे से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन प्रशासन व एनडीआरएफ टीम को उसका कोई सुराग नहीं लग सका है। नरेश को बचाने के लिए प्रशासन द्वारा हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। जिसका जायजा लेने उपायुक्त सोलन बुधवार को स्वयं घटना स्थल पर मौजूद रही।

घटना स्थल पर नगर परिषद अध्यक्ष निशा शर्मा, उपाध्यक्ष सोनिया शर्मा, पूर्व अध्यक्ष ठाकुरदास शर्मा, पार्षद लखविंदर सिंह भी स्थिति का जायजा लेने समय समय पर घटना स्थल पर चक्कर लगाते रहे। एसडीएम संजीव धीमान स्वयं बचाव दल के साथ अपनी देखरेख में नरेश को निकालने के लिए एनडीएफ की टीम के साथ मौजूद रहे। रात भर रहे व बचाव कार्य में पुलिस व दमकल विभाग भी मशक्त करते रहे।

बुधवार को डीएसपी योगेश रोल्टा व थाना प्रभारी दयाराम ठाकुर घटनास्थल पर नरेश की तलाश में जुटे रहे। डीएसपी योगेश रोल्टा ने बताया कि जेसीबी द्वारा मलबा हटाने से मलबा और अंदर गिरने की सम्भावना है इसलिए बचाव दल द्वारा लेंटर काटकर नीचे जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बचाव दल अंदर फंसे कैंटर तक तो पहुंच गया, लेकिन नरेश उन्हें वहां नहीं मिला। क्योंकि नीचे कई अवरोध हैं जिसके चलते अलग -अलग स्थानों से कटिंग कर उसे ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है।

रोल्टा ने बताया कि नरेश पीछे के हिस्से में काम कर रहा था तथा बिल्डिंग आगे की तरफ गिरी है जिससे उसके बचने की सम्भावना है।

आज भी सारी रात चलेगा बचाव कार्य

एसडीएम संजीव धीमान ने बताया कि एनडीआरएफ 42 जवानों की टीम कल से बचाव कार्य में लगी है, लेकिन अभी तक नरेश का कोई सुराग नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि लेंटर काट कर बचाव दल नीचे तक पहुंचने में कामयाब तो हो गया परन्तु उन्हें वहां नरेश नज़र नहीं आया इसलिए अन्य जगह से कटिंग कर उस तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। जिसके लिए सारी रात बचाव कार्य जारी रखा जाएगा। संजीव ने बताया कि मृतक के परिवार को फौरी राहत के तौर पर 20000 रुपए की राशि दी गई है तथा घायलों को 2500 रूपये की राशि राहत के तौर पर दी गई है।

माँ-बाप का इकलौता बेटा है नरेश

मलबे में फंसे होने की खबर मिलते ही हमीरपुर से नरेश के पिता कर्म चन्द तथा चाचा भी घटना स्थल पर पहुंचे। उनसे बातचीत करते हुए उन्होंने भावुक होकर बताया कि वह उनका इकलौता लड़का है तथा उसकी शादी को अभी तीन साल हुए हैं। उन्होंने बताया कि नरेश के पास भी एक ही बेटा है। इस अवसर पर समाज सेवी सतीश बेरी ने नरेश के पिता की मदद के लिए 10000 रूपये की राशि दी।