राम स्वरूप शर्मा की संदिग्ध हत्या पर विपक्ष ने मांगी उच्च स्तरीय जांच, कहा प्रदेश ने खोया है सांसद

सांकेतिक त्स्वीर
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आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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शिमला। प्रदेश के सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र मंडी का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद राम स्वरूप शर्मा का निधन न केवल पार्टी बल्कि पूरे प्रदेश के लिए दुखद है। वे सरल स्वभाव के एक एेसे सासंद थे जिनकी अपनी एक व्यापक व्यक्तिगत पहचान थी और उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व्यक्तिगत तौर पर पहचानते थे।

इससे पहले प्रश्नकाल खत्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्वाइंट आफ आर्डर के तहत ये मामला उठाया। उन्होंने कहा कि शांतिप्रिय प्रदेश ने सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सरल स्वभाव के अपने सांसद को खोया है। वे एक एसे सांसद थे जो विवादों से हमेशा दूर रहे लेकिन उनकी संदिग्ध मौत के बाद प्रदेश में हर तरफ अनेक प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। अग्निहोत्री ने सांसद राम स्वरूप शमर्ा ने चार दिन पहले ही अपने संसदीय क्षेत्र में कोविड वैक्सीनेशन करवाई थी, जिससे उनकी जीने की चाहत का पता चलता है।

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उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस-भाजपा की बात नहीं जनता की भावनाओं से जूड़ी बात है जिसका जवाब आज जनता जानना चाहती है। चर्चाओं में तो उनके चरित्र पर भी उंगली उठाई जा रही है जो कि सही नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री को सदन में कोई व्यक्तव्य देकर स्थिति साफ करनी चाहिए। जब बालीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर प्रदेश के बड़े-बड़े नेता चिंता जाहिर कर चुके हैं तो अपने सासंद की मौत पर भी चिंता होनी लाजिमी है। उन्होंने कहा कि जाने-माने पत्रकार ने कहा है कि  राम स्वरूप बीजेपी छोड़ने वाले थे. जो भी बात हो मुख्यमंत्री को उनकी मौत पर उच्च स्तरीय जांच के आदेश देने चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कल वे उनके अंतिम संस्कार में उनके पैतृक घर गए थे जहां उनके परिजनों से मुलाकात हुई। परिजनों ने स्वास्थ्य को एक बड़ा कारण बताया है। पिछले दिनों वे पालमपुर स्थित कायाकल्प में भी अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई थी और वहां कुछ दिन लगाए थे जिसके बाद उनके वजन में भारी गिरावट आ गई थी। इस पर परिजनों ने चिंता जताई थी तो राम स्वरूप ने कहा था कि वहां परहेज व नियमों का पालन करना होता है जिस कारण उनका वजन कम हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिजन अभी भी सदमे में हैं और ये विषय बहुत संवेदनशील है। उन्होंने कहा किसी व्यक्ति की जान जाने के बाद उस पर राजनीति सही नही है।

घटना प्रदेश के बाहर दिल्ली में घटित हुई है। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर िलया है. अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच रिपोर्ट के आधार पर अपनी जांच आगे बढ़ाएगी। जब तक दिल्ली पुलिस की जांच किसी निष्कर्ष पर नहीं पहंुचती कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। परिजनों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से उन्हें यूरिन में भी ब्लीडिंग की शिकायत थी। इसके अतिरिक्त परिवार वालों ने कुछ संदेहास्पद जैसी बातें नोटिस नहीं की है। सिर्फ परिजनों ने कहा कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के मछ्याल क्षेत्र के लिए एकमुश्त पचास लाख रुपए जारी कर दिए थे।