आदर्श हिमाचल ब्यूरो
धर्मशाला। शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन तथा विधि, संसदीय कार्य एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्धाज ने कहा कि धर्मशाला शहर को और अधिक सुन्दर बनाने के लिए स्मार्ट सिटी के द्वारा 315 करोड़ रुपये की परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही है। सुरेश भारद्वाज आज शुक्रवार को डीआरडीए के सभागार में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये बोल रहे थे।
सुुरेश भारद्वाज ने कहा कि कि धर्मशाला में स्मार्ट सिटी के तहत 115 करोड़ के 19 प्रोजेक्ट का कार्य पूर्ण हो चुका है। जिसमें तीन करोड़ की लागत से रूट जोन ट्रीटमेंट प्लांट, दो करोड़ नौ लाख की लागत से रूफ टॉप सोलर प्लांट, तीन करोड़ 55 लाख की लागत से स्मार्ट क्लास रूम, 23 करोड़ की लागत स्ट्रीट का निर्माण, छह करोड़ की लागत से अंडरग्राउंड डस्टबिन, एक करोड़ 37 लाख की लागत से ई-नगरपालिका सुविधा, 26 लाख की लागत से पार्क, 36 लाख की लागत से वेबसाइट तथा एक करोड़ 29 लाख की लागत से जीआईएस वेब पोर्टल का निर्माण किया गया है।
स्मार्ट सिटी के तहत अन्य विभागों के साथ मिलकर 19 करोड़ की लागत से इंटीग्रेटिड हाउसिंग प्रोजेक्ट, 57 लाख की लागत से आश्रयहीनों को आवासीय सुविधा, तीन करोड़ 43 लाख की लागत से डीसी परिसर पार्किंग, 29 करोड़ से पेयजल सुधार परियोजना, तीन करोड़ 70 लाख भागसूनाग क्षेत्र के विकास पर, चार करोड़ 44 लाख से पैन सिटी सड़कों की अपग्रेडेशन, एक करोड़ 55 लाख से एलईडी स्ट्रीट लाइट, चार करोड़ से सिटी कनवेंशन सेंटर, दो करोड़ की लागत से स्किल डिवल्पमेंट सेंटर तपोवन इत्यादि प्रोजेक्ट्स का कार्य पूर्ण हो चुका है। 165 करोड़ की 27 परियोजनाओं का कार्य किया जा रहा है जबकि 150 करोड़ की 19 नई परियोजनाओं के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं। उन्होंने अधिकरियों को स्मार्ट सिटी के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला पर्यटन की दृष्टि से अहम स्थान रखता है। धर्मशाला राज्य के सबसे जीवंत शहर के रूप में उभरा है, जो हर साल न केवल देश बल्कि विदेशों से भी लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इस शहर को विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिए अधिक सुंदर और आकर्षक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा और स्थानीय लोगों को आधुनिक नागरिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में स्मार्ट सिटी के तहत बेहतर कार्य किए जा रहे हैं तथा इसमें सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित करके परियोजनाओं के उचित कार्यान्वयन के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए ताकि बेहतरीन स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि शहर में छोटे छोट प्रोजेक्टस को भी स्मार्ट सिटी के तहत शामिल किया जाए ताकि सभी लोग लाभांवित हो सकें। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी केंद्र तथा राज्य सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाएगी।
इससे पूर्व विधायक विशाल नैहरिया ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्मार्ट सिटी के तहत कार्यन्वित किये जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी प्रदान की। उन्होंने सभी अधिकारियों को लोगों को प्रदान की जा रही सेवाओं में गुणात्मक सुधार पर जोर देने को कहा। उन्होंने लोगों के व्यापक हित के लिए समयबद्ध सेवाएं प्रदान करने पर बल दिया और योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू करने एवं लोगों की सुविधाआंे का विशेष ध्यान रखने को कहा। उन्होंने जनसेवाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सेवा प्राप्त करने की प्रक्रिया को अधिक सरल, सुगम, सटीक और पारदर्शी बनाने पर जोर दिया।
इसके पश्चात शहरी विकास मंत्री ने स्मार्ट सिटी के तहत चरान खड्ड में कमांड सेंटर, पॉप अप प्लाजा, बस शेल्टर, गमरू में सीवरेज पार्क तथा फरसेटगंज में नेचर पार्क के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। इस अवसर पर विधायक विशाल नैहरिया, महापौर नगर निगम ओंकार नैहरिया, उप महापौर सर्वचंद गलोटिया, अतिरिक्त पंजीयक सहकारी सभाएं, धर्मशाला सुखदेव सिंह, पार्षद तजिन्द्र कौर, जीएम तकनीकी संजीव सैणी, एचएल धीमान, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा गैर सरकारी सदस्य मौजूद थे।