आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चण्डीगढ़, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से सितम्बर, 2021 में पंजाब ने 1,316.51 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया है, जबकि पिछले साल सितम्बर, 2020 के दौरान 1,055. 24 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया गया था, जोकि 24.76 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। यह वृद्धि कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद तेज़ी से हो रहे आर्थिक सुधार का सूचक है।
कराधान आयुक्तालय के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के जी.एस.टी. से प्राप्त होने वाले राजस्व के विश्लेषण से पता लगता है कि लोहा और इस्पात, ऑटोमोबाईल्ज़, बीमा, दूरसंचार, परिवहन, बैंकिंग और गैर-वैट पैट्रोलियम उत्पादों आदि क्षेत्रों के राजस्व में वृद्धि हुई है।
जी.एस.टी. राजस्व में सितम्बर, 2021 तक पिछले वर्ष की अपेक्षा 67.55 फ़ीसदी वृद्धि हुई है। इसके साथ ही महामारी से पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 की तुलना में मौजूदा वर्ष की पहली छिमाही के दौरान 54 फ़ीसदी वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा टैक्स चोरी की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी और नियंत्रण, करदाताओं द्वारा जी.एस.टी. के नियमों की पालना, मशीन लर्निंग पर आधारित प्रभावशाली डेटा विश्लेषण और फज़ऱ्ी बिलिंग पर रोक लगाने के कारण यह वृद्धि हुई है।
प्रवक्ता ने कहा कि अब तक के राजस्व में होने वाली वृद्धि का रुझान आने वाले महीनों में भी जारी रहने की संभावना है। उन्होंने आगे कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में वैट और सीएसटी राजस्व में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में इस वर्ष 41.09 फ़ीसदी और 18.68 फ़ीसदी वृद्धि हुई है। इस वर्ष सितम्बर में जीएसटी, वैट और सीएसटी के कुल राजस्व संग्रह में 29.47 फ़ीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे इस साल सितम्बर में 1965.99 रुपए करोड़ का राजस्व संग्रह हुआ, जबकि वर्ष 2020-21 के इस महीने के दौरान 1518.52 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह हुआ था।