क्षेत्र के इलाकों में फूला दुर्लभ प्रजाति का पुष्प,नकसीरऔर बवासीर जैसी भयानक बीमारियों के लिए है रामवाण- बुराशं

rare species of flower blossomed in the areas of the region, is a panacea for terrible diseases like hemorrhage and piles.

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी( सिराज)जिला मंडी का सिराज विधानसभा क्षेत्र पहाड़ी और दुर्गम इलाका होने के साथ-साथ बहुत सारी औषधियों का भंडार भी है अलग-अलग सीजन में यहां पर अलग-अलग जड़ी बूटियां पाई जाती है।आजकल सिराज के इलाकों में दुर्लभ प्रजाति का पुष्प बुरांश इन दिनों भरपूर खिला हुआ हैं, जिसका उपयोग लोग खाने-पीने के साथ-साथ औषधि के तौर पर भी करते हैं। आमतौर पर यह फूल फरवरी महीने के बाद फूलना शुरू हो जाता है और 3 महीने तक इसका सीजन चलता है फरवरी-मार्च-अप्रैल इसके बाद लोग इसकी पंखुड़ियों को सुखा कर इसका उपयोग औषधि के रूप में भी भी करते हैं।
इसका वैज्ञानिक नाम रोडोडेंड्रोन अर्बोरियम (Rhododendron) है और इसे कुछ समय पूर्व नेपाल के राष्ट्रीय फूल का दर्जा भी प्रदान किया गया है। रोडोडेंड्रॉन आर्बोरियम कुल एरीकेसी के अंतर्गत आता है । हिमाचल प्रदेश में यह आमतौर पर बुरांस, ब्रास, बुरस या बाराह के फूल के नाम से जाना जाता है ।
 हिमाचल प्रदेश में यह चंबा, कांगड़ा,कुल्लू ,शिमला ,मंडी , किन्नौर और सिरमोर में अधिक पाया जाता हैं अपने सौंदर्य से आकर्षित करने वाले इसके फूल अपने धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं , इन फूलो को पवित्र माना जाता है और मंदिरों में पूजा के दौरान इनका अर्पण होता है ।
यह अपने फूलों के संसाधित रस के लिए प्रसिद्ध है जो कि रोडोजूस या बुरांश शर्बत के रूप में बाजार की बहौत अधिक लोकप्रियता प्राप्त कर चूका हैं ।
इसका उपयोग कई बीमारियों से निजात पाने के लिए किया जाता है जैसे कि सिर दर्द पित्त की पथरी हृदय रोग इत्यादि।
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