आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस निरंतर प्रदेश में घटित हो रहे सड़क वाहन दुर्घटनाओं के प्रति संवेदनशील हैं। इस वर्ष 1 जनवरी से 14 जुलाई की अवधि के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं में 8% की कमी आई है, सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में 14% तथा संबंधित चोटों में 18% की कमी आई है।
हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े काफी चिंताजनक हैं। राज्यों में सड़क दुर्घटनाएं मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा है। डीआईजी टीटीआर गुरुदेव चंद् शर्मा ने बताया कि इस महीने हिमाचल प्रदेश में करीब 150 यातायात पुलिसकर्मियों और अन्वेषण अधिकारियों यातायात दुर्घटनाओं के अन्वेषण एवं ट्रैफिक रेगुलेशन के नियमों के संदर्भ में शिमला एवं धर्मशाला मे दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया । जिसका उद्देश्य हर रोज होने वाली वाहन दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए वैज्ञानिक एवं आधुनिक सुधारात्मक तरीकों को बड़ावा देना तथा सड़क दुर्घटनाओं के अन्वेषण की प्रक्रिया में सुधार लाना था।
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हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू के अनुसार, सड़क यातायात दुर्घटनाएं बहू आकस्मिक होती है यातायात पुलिस को निरंतर प्रशिक्षण दिया जा रहा है एवं इस क्षेत्र में कार्य करने वाले अन्य हितकारी विभागों जैसे परिवहन विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, राज्य पी डब्ल्यू डी और अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी एजेंसियां की मदद से ठोस प्रयास करने के लिए योजनाएं रेखांकित की गई है और धरातल पर इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और सभी विभाग का इसमें जवाबदेही निर्धारित करने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
वर्ष 2023 में यातायात दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कमी आना इस बात का प्रतीक है कि हिमाचल प्रदेश में वाहन चालक जागरूक हो रहे हैं एवं राष्ट्रीय राजमार्गों, जिला मार्गों पर स्थित ब्लैक स्पॉटस को चिन्हित करके सुधार किया गया है। उम्मीद है कि भविष्य में भी आम जनता के सहयोग से यातायात दुर्घटनाओं में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे हिमाचल प्रदेश पुलिस यातायात दुर्घटनाओं में कमी लाने व आमजन को इस संदर्भ में जागरूक करने के लिए कृत संकल्प है।