आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवार/कानूनगो महासंघ के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें महासंघ के 25 सूत्रीय मांगपत्र पर विस्तार से चर्चा की गई। राजस्व मंत्री ने कहा कि राजस्व विभाग लोगों से सीधे जुड़ा देश के सबसे पुराने विभागों में से एक है। राजस्व सम्बंधी सेवाएं प्रदान करने के साथ ही प्राकृतिक आपदा सहित अन्य कार्यों में पटवारी एवं कानूनगो अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में बरसात के दौरान आई प्राकृतिक आपदा से निपटने में इस संवर्ग के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका सराहनीय रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पटवारी एवं कानूनगो को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उनकी समस्याओं से भली-भांति परिचित है और इनके उचित समाधान के लिए ठोस एवं सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। राजस्व विभाग द्वारा पटवारी व कानूनगो से सम्बंधित मांगों पर चर्चा के लिए निदेशक, भू-अभिलेख की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है। यह समिति समय-समय पर हिमाचल प्रदेश पटवारी एवं कानूनगो संघ के साथ बैठक का आयोजन करती है। उन्होंने कहा कि वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट ऑनलाइन करने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के सहयोग से एचआरएमएस साफ्टवेयर तैयार किया गया है। इससे सालाना एसीआर समय पर उपलब्ध होने के साथ ही पदोन्नति प्रक्रिया में भी तेजी आएगी।
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राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पटवारियों के पद भरने को हाल ही में स्वीकृति प्रदान की है। इस संवर्ग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हितों की रक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय कार्यालयों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए भी हरसम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। पटवारी/कानूनगो को उचित स्टेशनरी व्यय, बेहतर इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाने, सुधार समितियों में महासंघ को शामिल करने, कानूनगो की संयुक्त वरिष्ठता सूची उपलब्ध करवाने सहित अन्य सभी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर पटवारी एवं कानूनगो की भूमिका का बहुत महत्व है। वे पूर्ण जिम्मेवारी एवं अधिक पारदर्शिता के साथ कार्य करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने तथा पात्र व्यक्तियों को इनका लाभ सुनिश्चित करने में भी इस वर्ग की भूमिका अहम है। बैठक में प्रधान सचिव, राजस्व ओंकार चंद शर्मा ने विभिन्न मांगों पर विभागीय पक्ष रखा। महासंघ के पदाधिकारियों ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लम्बी अवधि के उपरांत राजस्व मंत्री के साथ यह बैठक आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान प्रदेश सरकार ने आगे बढ़कर नेतृत्व प्रदान किया और महासंघ भी कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ खड़ा रहा।