उन्होंने बताया कि पुरस्कार प्राप्त फिल्मों के कुछ चयनित कलाकारों को फिल्म की अलग अलग विधाओं के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए मुंबई में 15 दिन की विशेष वर्कशाप भी आयोजित की जाएगी।इस वर्कशाप में सिनेमा इंडस्ट्री के दिग्गज फिल्म निर्माण संबंधित गुर देंगे।उन्होंने बताया कि इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य फिल्मों में भारतीयपन को बढ़ावा देना तथा फिल्म मेकर को प्रोत्साहन देते हुए युवाओं को विशेष ट्रेनिंग देना है। यह कार्य 2016 से जारी है और देशभर के विद्यालयों को महाविद्यालयों के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं तक पहुंचे हैं। हर प्रांत में भी फिल्म फेस्टिवल आयोजित किए जाते हैं तथा वहां पुरस्कृत फिल्मों से जुड़े युवाओं को ट्रेनिंग दी जाती है। यह फिल्म फेस्टिवल में आम आदमी की सहभागिता को बढ़ावा देने का प्रयास है,ताकि उनमें फिल्म देखने की समझ भी विकसित हो सके। फिल्मों को माध्यम से आमजन का मन बनता है तथा कई बार उसमें विकृति भी आती है। अतः इस सशक्त माध्यम के द्वारा उस विकृति को ठीक करना तथा आम व्यक्ति को राष्ट्रीय विचार की ओर लाना एक उद्देश्य है।
3 दिन में 33 घंटे चलेगा 19 प्रदेश की 25 भाषाओं में बनी 133 फिल्मों का प्रदर्शन
विजेताओं को मुंबई में 15 दिन वर्कशाप में सिनेमा जगत के दिग्गज सिखाएंगे फिल्म निर्माण के गुर
हरियाणा,पंजाब समेत विभिन्न राज्यों के 550 से ज्यादा विद्यार्थी भागीदारी के लिए कर चुके हैं रजिस्ट्रेशन
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
पंचकूला। भारतीय चित्र साधना के तीन दिवसीय नेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए तैयार किए चार विशेष थिएटरों ने तीन दिन में 33 घंटे तक 19 राज्यों की 133 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। यह फिल्म फेस्टिवल पंचकूला हरियाणा टूरिज्म के रेड बिशप कांप्लेक्स में 23 से 25 फरवरी तक चलेगा,जिसका उद्घाटन हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे और इस अवसर उनके साथ प्रख्यात गायक दलेर मेहंदी, चाणक्य सीरियल फेम डा.चंद्र प्रकाश द्विवेदी और कश्मीर फाइल फेम विवेक अग्निहोत्री भी मौजूद रहेंगे।आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह जानकारी भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष डा.बृज किशोर कुठियाला ने बताया कि इस फिल्म फेस्टिवल में कुछ फिल्मों के स्पेशल शो भी होंगे। विभिन्न वर्गों में प्रथम,द्वितीय तथा तृतीय पुरस्कार प्राप्त फिल्मों को 10 लाख राशि के 29 पुरस्कार दिए जाएंगे।
डा.बृजकिशोर कुठियाला ने कहा कि फिल्में केवल मनोरंजन तथा महज पैसे कमाने का साधन नहीं है। यह राष्ट्रहित को साधने का भी एक बड़ा माध्यम है। भारतीय चित्र साधना के राष्ट्रीय सचिव अतुल गंगवार ने बताया कि इस फिल्म फेस्टिवल के लिए 663 फिल्में प्राप्त हुई है,जिनमें से ज्यूरी ने 133 फिल्मों को तीन दिवसीय नेशनल फेस्टिवल में प्रदर्शित करने के लिए चयनित किया है। उन्होंने बताया कि इनमें 18 फिल्में हरियाणा और 2-2 फिल्में हिमाचल और पंजाब की भी शामिल हैं। फिल्म फेस्टिवल के सचिव सुरेंद्र यादव ने बताया कि हरियाणा पंजाब समेत पूरे देश से 550 से अधिक विद्यार्थियों ने भागीदारी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।इसके लिए भारतीय चित्र साधना ने देश के विश्वविद्यालयों और कालेजों के विद्यार्थियों से गहन संपर्क किया है और जो विद्यार्थी इस दौरान भागीदारी करेंगे,उन्हें प्रमाण पत्र भी वितरण के साथ आवासीय,भोजन एवं सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
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सुनील दत्त,सत्येन कप्पू और सतीश कौशिक के नाम पर बनाए थिएटर
अखिल भारतीय फिल्म फेस्टिवल आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि आयोजन स्थल पर चार थिएटर बनाए गए हैं,इनमें तीन स्पेशल थिएटर होंगे,जो आयोजन स्थल पर लगना शुरु हो चुके हैं।भारतीय सिनेमा में योगदान देने वाले सुनील दत्त, सतीश कौशिक और सत्येन कप्पू जैसे फिल्म एक्टरों के नाम पर इन चार अस्थाई थिएटरों के नाम जाएंगे हैं। उन्होंने बताया कि इन एयर कंडीशन विशेष थिएटरों में चयनित फिल्मों की स्क्रिनिंग होगी।
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24 आर्टिस्ट लगे हैं आयोजन स्थल की सज्जा में
24 आर्टिस्ट हैं,इनमें भारतीय सिनेमा में हरियाणा नाम ऊंचा करने वाले फिल्म एक्टर सुनील,दत्त,जूही चावला,सत्येन कप्पू, सतीश कौशिक, राजकुमार राव, रणदीप हुड्डा,ऊषा शर्मा,सोनू निगम, सुनील ग्रोवर और पंडित जसराज के विशालकाय पेंटिंग को 10 चित्रकारों ने तैयार किया है। इसके अलावा सांस्कृतिक द्वार को 8 कलाकार तैयार रहे हैं। पेपर और बांस से मूर्तिया तैयार की जा रही है।सेल्फी स्टैंड बनाए गए हैं और हरियाणवी गांव के दृश्य के एक दृश्य की झलक भी यहां देखने को मिलेगी।