भगत सिंह,राजगुरु, सुखदेव के शहीदी दिवस पर आयोजित संगोष्ठी से भरा राष्ट्रवाद का भाव-अभाविप

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ईकाई अध्यक्ष गौरव जी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की विश्वविद्यालय इकाई द्वारा आयोजित की संगोष्ठी में शारीरिक विभाग के विभागाध्यक्ष आचार्य संजय शर्मा जी मुख्यातिथि के रूप में अपस्थित रहे। संगोष्ठी में बतौर विशिष्ट अतिथि सुश्री कोमल वेकटा जी उपस्थित रहे । संगोष्ठी में मुख्यातिथि संजय शर्मा जी ने शहीद ए आजम भगत सिंह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए संगोष्ठी में उपस्थित छात्रों से आग्रह किया की देश प्रदेश के युवाओं को नशे से बचाए और खुद को भी नशे की चपेट से बचाए।
साथ ही साथ संजय जी ने भगत सिंह जी की मां को याद करते हुए कहा की उनकी माता को जब भगत सिंह की मृत्यु की सूचना मिली तो उन्होंने विलाप न करते हुए कहा की अगर मेरे 10 बेटे होते तो मैं देश को आजाद करवाने  में और योगदान देती। इसी के साथ उन्होंने छात्रों को बामपंथ विचार से बचने का आग्रह किया और बताया की भगत सिंह कभी बामपंथी रहे ही नहीं उन्होंने बताया की भगत सिंह राष्ट्र प्रेमी थे जो हंसते हंसते भारत मां के जय घोषो के साथ फांसी के फंदे को अपने गले से लगाया था।
इसी के साथ विशिष्ट अतिथि कोमल वेकटा ने वक्तव्य रखते हुए कहा की विद्यार्थी परिषद हमेशा से राष्ट्र प्रेमियों को समान देते आई है। शहीदी दिवस पर संगोष्ठी , रक्तदान आदि कार्यक्रमों का आयोजन करती है जिस से युवाओं में समर्पण का भाव और राष्ट्र के प्रति प्रेम भावना उत्पन हो। उन्होंने बताया की विद्यार्थी परिषद समय समय पर छात्रों के बीच रह कर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन कर के छात्रों को मंच प्रदान करने का काम करने के साथ साथ छात्र हित में हमेशा अग्रसर रहती है। संगोष्ठी के अंत में इकाई सह सचिव अमन अदिति गिरीनद्नी टैगोर ने संगोष्ठी में आए छात्रों का संगोष्ठी ने उपस्थित छात्रों का धन्यवाद व्यक्त किया।
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