पर्यटकों को लिए हिमाचल खोलने का शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत ने जताया विरोध

शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने भी किया कड़ा विरोध, कहा, फिर सोशल डिस्टेसिंग का दिखावा क्यों 

शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह
शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला। हिमाचल सरकार ने पिछले दिन ही प्रदेश की सीमाएं पर्यटकों के लिए भी सशर्त खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। सरकार के इस फैसले का पहले ही दिन विरोध नजर आने लगा है। शिमला व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने सरकार के इस फैसले पर कड़ा विरोध किया है। इंद्रजीत सिंह का कहना है कि पिछले सौ दिन तक हिमाचल के हर नागरिक, स्वास्थ्य कर्मचारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी कोरोना से सभी को सुरक्षित रखने में अपना सहयोग दिया है। उन्होने कहा कि हिमाचल के लोगों की सौ दिन की मेहनत पर सरकार का यह फैसला पूरी तरह से पानी फेर देगा। सौ दिन तक कोरोना से मुक्ति के लिए हिमाचल के व्यापारियों से लेकर आम आदमी व अधिकारियों ने भी बढ़-चढ़कर अपना सहयोग दिया।
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शिमला की बात करें तो उपायुक्त शिमला सहित अन्य अधिकारियों व जिम्मेदार नागरिकों के चलते ही अभी तक जिला शिमला इस बीमारी से सुरक्षित है। इसी तरह हिमाचल में अभी तक कोरोना के मामले बाहारी राज्यों से लौटे लोगों के हैं जिनकी कोई न कोई ट्रेवल हिस्ट्री रही है।  लोगों की क मेहनत रंग लाई। अब सराकर ने अइचानक से यह निर्णय ले लिया कि अब बिना परमिशन अन्य राज्यों के लोग यहा आ सकेंगे इसके लिए उन्हें सिर्फ कोविड-19 का टेस्ट करवाना होगा।

लेकिन बाहर से आने वाले लोग किसी लैब से टेस्ट करवाएंगे और 72 घंटे के दौरान भी अगर वे किसी कोविड संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो वे अपने साथ हिमाचल के लोगों का जीवन भी खतरे में डाल देंगे। पर्यटक तो यहां केवल पांच दिन रहेंगे लेकिन कोविड-19 के लक्षण तो 14 दिन बाद आएंगे। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि रही बात हिमाचल के होटल एसोसिएशन की तो उन्होंने पहले ही अपने होटल 15 सितंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है। अगर सरकार को होटलियर्स की इतनी ही चिंता थी तो आज लिया जाना वाला निर्णय मई में लिया जा सकता था, जब पर्यटन अपने पीक पर होता है। आजकल तो वैसे भी पर्यटन क्षेत्र का आफ सीजन रहता है। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कहा ऐसे में समझ नहीं आ रहा कि सरकार किसके लिए होटल खुलवाना चाहती है। सरकार किन लोगों को हिमाचल लाना चाहती है ये तो सरकार जानें, लेकिन  इस निर्णय से प्रदेश के लोगों की सौ दिन की मेहनत जाया हो जाएगी। इसलिए सरकार को अपने इस निर्णय पर दोबारा समीक्षा करनी चाहिए।
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वहीं शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद ने भी कड़े शब्दों में सरकार के इस फैसले को विरोध किया है। आज की तारिख में पर्यटक सिर्फ एक सटिर्फिकेट लेकर आएंगे और कहीं भी घूम लेंगे लेकिन हमारे अपने बच्चे या रिश्तेदार हिमाचल आते हैं तो उन्हें उनके आने के स्थान के अनुसार 14 दिन तक संस्थागत या होम क्वांरिटन जरूरी है।

शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद
शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद
संजय सूद का कहना है कि पर्यटक तो चार-पांच दिन बाद लौट जाएगा जबकि कोविड के लक्षण तो पंद्रह दिन में कभी भी आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने सोचा है कि बसें सौ प्रतिशत क्षमता के साथ चलें और पर्यटक भी हिमाचल आ जाएं तो ऐसे में ये मास्क का या सोशल डिस्टेसिंग का दिखावा क्यों कर रही है सरकार। सूद ने कहा कि फिर हमारे बार, स्वीमिंग पुल या जि क्यों बंद हैं। इन्हें भी सरकार खोल दें। कहा कि एक तरफ तो सरकार बोल रही है कि सब आयो, खुले घूमो-फिरो लेकिन दूसरी तरफ सोशल डिस्टेंसिंग या मास्क का दिखावा क्यों।

संजय सूद ने कहा कि हिमाचल सरकार अगर होटल खोलना ही चाहती है तो दिल्ली की तरह सरकार इन होटल्स को अस्पतालों के साथ अटैच करें ताकि अगर कहीं हिमाचल में कोविड के केस बढ़ें तो उनका इलाज किया जा सके।

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