आदर्श हिमाचल ब्यूरों
सोलन सितंबर । शूलिनी विश्वविद्यालय ने डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के सहयोग से आज नौणी में “व्यावसायिक सफलता के लिए संचार” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. खोसला मुख्य अतिथि थे, जबकि वाईएस परमार विश्वविद्यालय के बागवानी संकाय के डीन डॉ. मनीष शर्मा विशिष्ट अतिथि थे।
यह कार्यशाला एक अग्रणी निजी विश्वविद्यालय और एक प्रमुख सरकारी संस्थान के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य छात्रों को कक्षा के बाहर सफलता के लिए आवश्यक संचार और नेतृत्व कौशल से लैस करना है। छात्रों और शिक्षकों ने प्रामाणिक संचार, शारीरिक भाषा, कहानी सुनाना, सक्रिय श्रवण और आत्म-चिंतन पर इंटरैक्टिव सत्रों में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए, प्रो. पी.के. खोसला ने कहा, “दोनों विश्वविद्यालय छात्रों की सफलता के लिए अपने दृष्टिकोण में एकमत हैं। हमें मिलकर ऐसे संसाधन और कौशल विकसित करने होंगे जो युवा शिक्षार्थियों को पेशेवर होने के साथ-साथ एक दयालु इंसान के रूप में भी विकसित होने में सक्षम बनाएँ।
यह कार्यशाला शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रमुख कार्यक्रम SPRINT के अंतर्गत आयोजित की गई थी। कुलपति प्रो. अतुल खोसला द्वारा प्रत्येक छात्र के लिए एक “मिनी-एमबीए” के रूप में डिज़ाइन किया गया, SPRINT वास्तविक दुनिया की तत्परता, नेतृत्व, समस्या-समाधान और संचार कौशल को बढ़ाने के लिए एक अनूठे आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है। विभिन्न विभागों में 300 से अधिक SPRINT पहले ही आयोजित किए जा चुके हैं।
इस उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए, शूलिनी विश्वविद्यालय की मुख्य शिक्षण अधिकारी डॉ. आशू खोसला ने कहा, “यह 310वाँ SPRINT एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि पहली बार हमने नौनी विश्वविद्यालय के छात्रों को इसमें शामिल किया, जिससे सहयोग और सीखने की भावना का विस्तार हुआ।