सिरमौर: रेणुका क्षेत्र में एक महीने से बंद पड़ी सड़के, घर पर ही सड़ रही किसानों और बागवानों की नकदी फसलें 

मेला राम शर्मा ने किया सड़को को शीघ्र खोलने का आग्रह

रेणुका विस की एक महीने से बंद सड़कों को शीघ्र खोला जाए -मेला राम शर्मा
रेणुका विस की एक महीने से बंद सड़कों को शीघ्र खोला जाए -मेला राम शर्मा
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
राजगढ।  सिरमौर जिला में रेणुका चुनाव क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों को जोड़ने वाली अधिकांश सड़कें एक  महीने के अंतराल के बाद भी बंद पड़ी है और ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों और बागवानों की नकदी फसलें उनके घर द्वार पर ही सड़ रही है। यह जानकारी देते हुए पंचायत समिति संगड़ाह के निवर्तमान अध्यक्ष मेला राम शर्मा और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह तोमर ने बताया कि संगड़ाह से शिमला वाया शिवपुर चाड़ना नोहराधार मुख्य सड़क मार्ग बंद पड़ा है जबकि संगड़ाह से बोगधार नौहराधर और लाना चेहता मार्ग भी बंद पड़ा है।

दूसरी ओर सिंयू लग्नू, मओहतू गाताधार आदि सड़के भी 1 महीने से बंद पड़ी है। भाजपा नेताओं ने बताया सड़क मार्गों पर दर्जनों पंचायतों के  हजारों किसान बेबसी का जीवन जी रहे हैं और अपने आंखों के सामने ही नकदी फसलों को सड़ते हुए देख रहे हैं। उन्होंने कहा की गरीब किसान रोजाना अपने नकदी फसलों के दो-दो चार-चार नग बसों के माध्यम से मंडियों तक पहुंचाते थे और अपने परिवारों का गुजर बसर करते थे परंतु उनकी नगदी फसले सड़के बंद होने के कारण खेतों में ही सड़ रही है।

भाजपा नेताओं ने बताया की पिछले लगभग 30-40 वर्षों के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ जब गांवों को जोड़ने वाली सड़कें इतने लंबे अरसे तक बंद रही हों। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन की सरकार के कार्यकाल के दौरान यह पहली मर्तबा हुआ है जब गांवों को जोड़ने वाली यह मुख्य सड़कें इतने लंबे अंतराल तक बंद है और कोई सुध लेने वाला नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया की सुख की सरकार के विधायक  इस गंभीर समस्या पर चुप्पी साधे हुए हैं और ना तो लोक निर्माण विभाग को निर्देश दे रहे हैं और ना ही स्वयं किसानों ने की सुद्ध ले रहे हैं।
उन्होंने व्यवस्था परिवर्तन की सरकार पर आरोप लगाया कि अधिशासी अभियंता संगड़ाह के कार्यालय में आज लगभग 20 सड़कों को खोलने और दुरुस्त करने के लिए लगाए गए टेंडर उस वक्त अचानक रद्द कर दिए गए जब वहां आमंत्रित ठेकेदारों ने अपने टेंडर सील बंद संदूक़डी में डाल दिए थे। उन्होंने विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके इशारे के बिना अचानक संदूक़डी में डाले टेंडर रद्द नहीं हो सकते। भाजपा नेताओं ने कहा कि यह व्यवस्था परिवर्तन नहीं अपितु अव्यवस्था की सरकार साबित हो रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो सड़कें बंद पड़ी है उन सड़कों पर कइ घंटे तक कांग्रेसी नेताओं की जेसीबी मशीने मात्र दिखावे के लिए लगाई गई है और एक माह का अंतराल बीत जाने के उपरांत भी सड़कों को बसों की आवाजाही के लिए नहीं खोला जा सका।
उन्होंने बताया कि लोग सुख की सरकार में अपना दुखड़ा किसके पास रोंयें जबकि विधायक ना केवल चुप्पी साधे हैं बल्कि इलाके से नदारद है। उन्होंने बताया की व्यवस्था परिवर्तन की सरकार के विधायक विनय कुमार को लोग ढूंढते फिर रहे हैं और किसान बागवान उनका घेराव करने की फिराक में है। इसी के चलते जब गत दिवस उन्हें संगड़ाह में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता के लिए आमंत्रित किया गया था तो विधायक  संगड़ाह के विश्रामगृह से वापस लौट गए और घेराव के डर से इस मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता करने के लिए नहीं जा सके। उन्होंने सरकार से तुरंत क्षेत्र की सड़के खोलने के लिए जल्दी कार्यवाही करने का आग्रह किया ताकि किसानों और भगवानों को राहत पहुंचाई जा सके।
Ads