आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि एसजेवीएन ने सिक्किम ऊर्जा लिमिटेड (एसयूएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू के अनुसार एसजेवीएन सिक्किम में एसयूएल की 1200 मेगावाट की तीस्ता-III जलविद्युत परियोजना से वितरण लाइसेंसधारियों और ओपन एक्सेस उपभोक्ताओं के साथ 180 मेगावाट जलविद्युत का ट्रेड करेगा। यह सिक्किम राज्य में एसजेवीएन का प्रथम उद्यम होगा।
नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने एसजेवीएन को विद्युत के अंतर्राज्यीय ट्रेडिंग के लिए श्रेणी- I पावर ट्रेडिंग लाइसेंस प्रदान किया है। कंपनी मांग और आपूर्ति के सामयिक और क्षेत्रीय अंतर का समाधान करने और विद्युत आपूर्ति की मांग को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। शर्मा ने कहा कि "हमारा ट्रेडिंग व्यवसाय बढ़ रहा है और यह एमओयू एसजेवीएन के विकास इंजन के लिए एक बूस्टर के रूप में कार्य करेगा और हमें भारत सरकार के सभी को 24X7 विद्युत उपलब्ध करवाने के विजन को पूरा करने में सहयोग देगा।
एसजेवीएन के निदेशक (वित्त) अखिलेश्वर सिंह, एसयूएल के कार्यकारी अध्यक्ष श्री एस. सुनील की गरिमामयी उपस्थिति में नई दिल्ली में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर एसजेवीएन और एवं एसयूएल के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।एसजेवीएन को नवीकरणीय ऊर्जा की खरीद के लिए टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया हेतु नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में भी नामित किया गया है।
इस प्रकार के एमओयू एसजेवीएन को सभी के लिए चौबीसों घंटे विद्युत उपलब्ध करवाने के भारत सरकार के प्रयासों को साकार करने में सहयोग कर रहे हैं। वर्तमान में, एसजेवीएन का परियोजना पोर्टफोलियो 55814 मेगावाट है। कंपनी वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के अपने साझा विजन को प्राप्त करने के लिए तीव्रता से अग्रसर है। एसजेवीएन वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50% ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।