आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। किसान संवाद सम्मेलन में शामिल होने के लिए हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के जिला मंडी पहुंचते ही समर्थकों ने अपने – अपने नेताओं के लिए खूब नारेबाजी की और बात धक्कामुक्की तक पहुंच गई। इतना ही नहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी बैठने के लिए सीट नहीं मिली और इसे लेकर भी सम्मेलन में मामला खूब गर्माया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने भी समर्थकों को नारेबाजी करने से रोकने की कोशिश की लेकिन समर्थकों ने उनकी भी एक न सुनी। अंत में स्वयं कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला को गर्मायें माहौल को शांत करना पड़ा।
इस दौरान राजीव शुक्ला ने समर्थकों से कहा कि वह और सभी नेता एकजुट होकर आगामी 2022 के चुनाव की तैयारी करें और इस तरह की नारेबाजी करने से सत्ता में वापिसी मुश्किल है। उन्होंने किसान बिल के विरोध में रैली निकालने के लिए कुछ विधायकों का आभार जताया। राजीव शुक्ला ने मंच पर माइक पकड़कर कार्यकर्ताओं को चेताया कि सब लोग अनुशासन में रहो। जो भाषण के दौरान अपने नेताओं के नारे लगाकर माहौल खराब करेगा उसके उतने की नंबर यहां कम होंगे।
वहीं नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने अटल रोहतांग टनल उद्घाटन में कांग्रेस के योगदान को पूरी तरह दरकिनार कियाए जबकि पूरा देश जानता है कि इस टनल के लिए 1500 करोड़ का प्रावधान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया था। रोहतांग टनल का शिलान्यास 2010 में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने किया था। लेकिन भाजपा सरकार ने उनके नाम की शिलान्यास पट्टिका गायब कर दी है और जिनका कोई इस टनल में योगदान नहीं उनके नाम की पट्टिका लटका दी है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान विरोधी बिल पास कर किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है और इसका हरेक स्तर पर पूर्ण रूप से विरोध किया जाएगा।