आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। प्रदेश भर में करोना कर्फ्यू के चलते हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूल व कॉलेज बंद कर दिए हैं छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं लगाने के निर्देश दिए गए हैं , प्रांत सह मंत्री सचिन लगवाल ने कहा हिमाचल प्रदेश में अनेकों ऐसे दुर्गम क्षेत्र हैं जहां पर इंटरनेट सुविधा न के बराबर है वहां पर पढ़ने वाला विद्यार्थी या तो शिक्षा से वंचित रह रहा है या उसे शहरों में जाकर किराए पर कमरे लेकर ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के लिए बाध्य किया जा रहा है ।
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चाहे डोडरा क्वार हो, किन्नौर के दुर्गम स्थान हों, चाहे चम्बा का पांगी हो ऐसे अनेकों स्थानों में पढ़ने बाले छात्रों के लिए यह समस्या बन गयी है। हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थी घरों के बाहर आंगन में, पहाड़ी पर चढ़कर ऑनलाइन कक्षाएं लगाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार को इसके मद्देनजर प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ।
अभाविप यह मांग करती है कि ऐसे पहाड़ी व दुर्गम क्षेत्रों के विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए योजनाबद्ध तरीके से पाठ्य सामग्री उन्हें उनके घर पर डाक के माध्यम से भेजें ताकि कोई भी विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रह सके। आज के समय में इस ओर शिक्षा विभाग व प्रदेश सरकार को चिंता व्यक्त करते हुए छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखकर इंटरनेट कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करना चाहिए।
सचिन ने कहा वर्तमान समय में तकनीकी क्षेत्र की ज्यादा महत्वता है सब कुछ बंद के चलते शिक्षा क्षेत्र में ऑनलाइन ही कक्षाएं हो रही है पहाड़ी क्षेत्रों में आए दिन नेटवर्क की खासी दिक्कत रहती है हाल ही में कोटखाई में भी एक पंचायत ने इस मामले को उजागर किया है वहां पर भी छात्र पहाड़ियों के टीलों पर सिग्नल ढूंढते हुए कक्षाएं लगाने के लिए मजबूर है प्रदेश सरकार को इस क्षेत्र में उम्दा कदम उठाने चाहिए।
अत: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यह मांग करती है कि शिक्षा से जुड़े हुए इस गंभीर विषय का संज्ञान लेते हुए सरकार इसके समाधान के लिए उचित कदम उठाए।