विक्रमादित्य सिंह के विस क्षेत्र से परिश्रमी अधिकारी को नादौन ले गए सुक्खू, बीडीओ टुटू के तबादले के बाद उठे विरोध के स्वर

सवाल, क्या काबिल अधिकारियों की कमी से जूझ रहे हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री?

लोक निर्माण मंत्री हिमाचल प्रदेश विक्रमादित्य सिंह
लोक निर्माण मंत्री हिमाचल प्रदेश विक्रमादित्य सिंह
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला। सरकार में लोक निर्माण मंत्री एवं शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह के विधानसभा क्षेत्र से एक परिश्रमी अधिकारी के तबादले से सवाल खड़े हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह अपने कार्यों और बेबाकी के लिए जाने जाते हैं।  अनेकों बार विक्रमादित्य सिंह कह चुके हैं कि हम दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करेंगे।
मात्र छह माह के कार्यकाल में ही बीडीओ टुटू निशांत शर्मा का तबादला हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नादौन ब्लॉक में हुआ है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या मंत्री की कैबिनेट में रहते हुए एक भी नहीं चलती। दूसरी ओर व्यवस्था परिवर्तन की ये मिसाल किसी को भी रास नहीं आ रही है। सुख की सरकार का यह नया दौर अपनी ही सरकार में सवालों के घेरे में है।  इन दिनों तकनीकी सहायक और पंचायत सचिवों की हड़ताल चली है। पंचायत में सभी विकास कार्य रुके पड़े हैं।
यह वे अधिकारी हैं जिन्होंने मनरेगा में टुटू ब्लॉक को शीर्ष पर पहुंचाया है। ऐसे समय में उक्त अधिकारी का तबादला करना न्यायसंगत नहीं है। टुटू ब्लॉक के तहत कुल 34 पंचायतें आती हैं। क्या इतना विकास देखकर निशांत शर्मा का तबादला किया गया। उधर भाजपा ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष यशपाल ठाकुर ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। उनका कहना है कि निशांत शर्मा ने इस ब्लॉक में अनेकों ऐसे कार्य किए हैं, जिनके लिए उन्हें याद रखा जाएगा। उन्होंने मंत्री विक्रमादित्य सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। यशपाल ने कहा कि क्या अपने विधानसभा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों से मंत्री संतुष्ट नहीं है। या फिर मंत्रिमंडल में उनकी कोई नहीं सुनता।
पूर्व प्रत्याशी रहे रवि मेहता, बीडीसी सदस्य सुभाष वर्मा, प्रमोद शर्मा, चलोग पंचायत की प्रधान सुमन गर्ग, जलेल पंचायत के उपप्रधान कपिल वर्मा, ग्रामीण मंडल उपाध्यक्ष भूप राम वर्मा, नारायण सिंह, भाजपा युवा मोर्चा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुमित ठाकुर, पूर्व बीडीसी चेयरमेन अनुराधा शर्मा, पीपलीधार पंचायत उपप्रधान योगराज ठाकुर, घण्डल पंचायत के प्रधान हरीनंद ठाकुर, थड़ी पंचायत के प्रधान नरेंद्र शर्मा, कोट की प्रधान नेहा मेहता, शामलाघाट की प्रधान नेहा ठाकुर, गलोट प्रधान रंजना ठाकुर, उपप्रधान राजेंद्र ठाकुर, चायली प्रधान चंद्रकांता, बढ़ई उपप्रधान अरुण शर्मा, शोघी पंचायत के उपप्रधान इंदर सिंह, ओखरू पंचायत प्रधान सुनीता ठाकुर, चनोग उपप्रधान अनिल ठाकुर, धमून उपप्रधान बलदेव राज ठाकुर, डुढाल्टी उपप्रधान नरेंद्र शर्मा, बीडीसी सदस्य खेमावती, मायली जेजड़ उपप्रधान योगेश ठाकुर, सांगटी के उपप्रधान मनोज शर्मा, शकराह पंचायत के उपप्रधान गोपाल आदि ने बीडीओ निशांत शर्मा के तबादले को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने मांग की कि उक्त अधिकारी का तबादला तुरंत रोक दिया जाए।
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