चंडीगढ़ की सरकारी संस्था को सौंपा गया है जिम्मा, 3 से 24 मार्च तक का शेड्यूल तय
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
धर्मशाला। धर्मशाला नगर निगम में 3 से 24 मार्च तक रेहड़ी-फहड़ी और अन्य पथ विक्रेताओं के सर्वेक्षण का कार्य किया जाएगा। यह कार्य नगर निगम के सभी 17 वार्डों में होगा, जिसका जिम्मा चंडीगढ़ की एक सरकारी संस्था एनआईटीटीआर को सौंपा गया है। सर्वेक्षण पूर्ण होने के बाद योग्य पात्र पथ विक्रेताओं को चयनित स्थानों का आबंटन तथा पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा। यह जानकारी नगर निगम के आयुक्त अनुराग चंद्र ने दी।
उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को महापौर श्री ओंकार नैहरिया की अध्यक्षता मे हुई बैठक में पुनः सर्वेक्षण कराने को लेकर चर्चा की गई थी । हिमाचल प्रदेश स्ट्रीट वेंडिंग स्कीम 2016 के तहत हर पांच वर्ष में यह सर्वेक्षण करवाना अनिवार्य है।
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ये रहेगा सर्वेक्षण का शेड्यूल
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि सर्वेक्षण का कार्य दिन में तीन शिफ्ट में सुबह 7 से 10 बजे तक, दोपहर बाद 2 से 5 बजे और सायं 6 से 9 बजे तक किया जाएगा।
3 से 6 मार्च तक वार्ड नंबर 1, 2 और 3, तथा 10 से 14 मार्च तक वार्ड नंबर 4,5,6,7 व 8 और 15 से 20 मार्च तक वार्ड नंबर 9,10,11,12,13,14,15,16 तथा 17 में सर्वेक्षण कार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि कोई रेहड़ी-फहड़ी अथवा पथ विक्रेता सर्वेक्षण के दौरान छूट जाता है तो वह 20 से 22 मार्च तक नगर निगम कार्यालय में आवेदन कर सकता है। इसके अतिरिक्त 23 व 24 मार्च को पुनः सभी वार्डों में छूट गए पथ विक्रेताओं का सर्वेक्षण किया जाएगा। उसके उपरांत कोई भी आवेदन मान्य नहीं होगा।
पास रखें ये दस्तावेज
अनुराग चंद्र ने रेहड़ी-फहड़ी तथा पथ विक्रेताओं से आग्रह किया कि वे सर्वेक्षण के दौरान राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाते की फोटो कॉपी, संबंधित वार्ड पार्षद अथवा नगर निगम से प्रमाणित परिवार सूची, हल्का पटवारी अथवा पार्षद या तहसीलदार से आय स्त्रोत रिपोर्ट और एससी, ओबीसी, विधवा, विकलांग, एकल नारी श्रेणी से संबंधित प्रमाण पत्र पास रखें।