आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजधानी शिमला के उपमंडल रोहड़ू की छुआरा वैली एप्पल सोसाइटी, नेचर ऊर्जा और रोहड़ू काॅनेक्शन की टीमों ने जापान के मासानोबु फुकुओका की ओर से सीड बाॅल्ज तकनीक का उपयोग करके जंगलों को रोपने की एक अनुठी पहल की शुरूआत की है। पहाड़ी इलाके पारंपरिक तकनीक से की जाने वाले वृक्षारोपण के लिए बहुत अधिक उचित नहीं माने गए है तथा यहां के वनों में फलदार पौधों की कमी के कारण मानव व पशुओं के बीच का संघर्ष बढ़ गया है।
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इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए छुआरा वैली एप्पल सोसाइटी ने सीड बाॅल्ज नामक प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया है। इनमें छुआरा वैली एप्पल सोसाइटी के 50 से अधिक प्रतिभागी भाग लेगें। और 15 हजार से ज्यादा सीड बाॅल्जको निर्धारित क्षेत्रों में फेकेंगें।
सीड बाॅल्ज को बनाने के लिए कचनार और और सिल्वर आॅक नामक वृक्षों के बीजों का इस्तेमाल किया गया है। तथा स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने इसका जिम्मा उठाया है। इसके लिए दो टीमें गठित की गई है। एक टीम नण्ड़ला गांव में सीड बाॅल्ज बना रही हैं जिसकी अध्यक्षता शिशमा शर्मा ने की है। तथा दूसरी टीम जगोटी गांव में दिव्या के साथ काम कर रही है।
सीड बाॅल्ज का आयोजन छुआरा वैली एप्पल सोसाइटी की और से डीएफओ डाॅ. शाहनवाज अहमद भट्ट, डाॅ. जंगवीर दुल्टा, डीएम, एचपीएफडीसी, सरस्वती नगर, डाॅ. नरेंद्र कायथ, केवीके रोहड़ू, डाॅ. समीर सिंह राणा के मार्गदर्शन से किया गया। इस प्रतियोगिता को साईं इंजीनियरिंग फांउडेशन और रोहड़ू काॅनेक्शन टीमों की ओर से प्रायोजित किया गया है। इसके बाद एक डिजिटल वितरण समारोह भी आयोजित किया गया जिसमें दोनों टीमों को पुरस्कार भेजे गए है। सीड कफ 2020 की सफलता के आधार पर छुआरा वैली एप्पल सोसाइटी इस प्रतिस्पर्धा को 2021 में पूरे प्रदेश भर में आयोजित करने का विचार कर रही है। सोसाइटी के प्रधान संजीव ठाकुर का कहना हैं कि सोसाइटी पर्यावरण के सरंक्षण व रक्षा के लिए सदैव तत्पर है।