आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप का कार्यकाल निराशा जनक रहा है यह आरोप हिमाचल प्रदेश कांग्रेस महासचिव यशपाल तनाईक ने लगाते हुए कहा कि मैं माननीय सांसद को खुली चुनौती देता हूँ कि वह अपने 5 वर्ष के कार्यकाल की एक भी ऐसी उपलब्धि गिना लें जिससे पूरे क्षेत्र को कोई लाभ पहुँचा हो ।केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद भी सांसद राष्ट्रीय उच्च मार्ग जोकि केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी द्वारा घोषित किए गए थे उनकी स्विकृतियां लेने में पुरी तरह असफल रहे,संसदीय क्षेत्र में कोई स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार नहीं करवा पाए ।पूर्व सरकार के समय अपने दल के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए भी सरकार से अपने क्षेत्र में बेरोज़गार युवाओं के लिए कोई रोज़गार की योजना लाने में असफल साबित हुए ।
यहाँ तक की जनजाति क्षेत्र घोषित करवाने में इनकी भूमिका नकारात्मक रही जहां शिमला ज़िला के दुर्गम क्षेत्र डोडरा कंवार व चौपाल क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाक़े नेवल किरण,कुपवी तहसील को जनजाति क्षेत्र में शामिल करवाने में इन्होंने कोई रूची नहीं दिखाई वहीं सिरमौर ज़िला के लोगों को भी अभी तक इसकी सही अधिसूचना जारी न करके इसका लाभ लेने से लोगों को वंचित रखा है ।
यह भी पढ़े:-अटल जी का मार्ग सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण – जयराम ठाकुर
यहाँ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यशपाल तनाईक ने कहा कि सांसद सुरेश कश्यप की भूमिका आपदा के समय नगण्य रही आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए उन्होंने किसी भी क्षेत्र का दौरा नहीं किया और न ही प्रभावितों को राहत के नाम पर केंद्र सरकार से कोई सहायता दिला पाए ।सुरेश कश्यप शिमला संसदीय क्षेत्र के अब तक के सबसे निष्क्रिय सांसद साबित हुए हैं जिन्होंने न तो कोई गम्भीर विषय संसद के भीतर उठाया और न ही लोगों की समस्या को गम्भीरता से लिया जिसका सबक़ इन्हें क्षेत्र की जनता आने वाले लोकसभा चुनाव में सिखाएगी ।