चार माह बाद कपाट खुलने पर बर्फ से खिल उठे कमरुनाग शिकारी देवी के पहाड़

The mountains of Kamrunag Shikari Devi bloomed with snow when the doors opened after four months

0
2

 

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

( मंडी)।  जिला की सबसे ऊंची चोटी शिकारी देवी मंदिर के कपाट खुलते ही सोमवार दोपहर बाद बर्फ़बारी शुरू हो गई। स्थानीय प्रशासन और माता के पुजारी मंदिर में पहुंच कर कपाट खोलने की तैयारियों में जैसे लगे तो मौसम ने अचानक रुख बदल दिया और बर्फ़बारी शुरू हो गई। सर्दी में माता के कपाट तीन चार माह के लिए बंद रखे जाते है। मार्च माह में कपाट खुलते ही बर्फ़बारी का दौर शुरू होने से प्रशासन और मंदिर कमेटी के लिए मौसम फिर परेशानी का सबब बन गया है। एसडीएम थुनाग पारस अग्रवाल ने कपाट खुलने की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रशासन की टीम शिकारी देवी पहुंच गई है और कपाट खुले गए है।

 

बर्फ़बारी की कोई संभावना नही थी। एसडीएम ने बताया कि नवरात्रों में माता शिकारी देवी में पूजा अर्चना होगी। उन्होंने लोगों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि मौसम, बारिश और बर्फ़बारी को देख कर ही माता के मंदिर का रुख करें। करीब चार माह बाद शिकारी देवी और कमरुनाग के कपाट खुले गए है। मगर इन्द्र देवता अभी भी सर्दी को भगाने के मूड में दिखाई नही देते हैं। बहरहाल जिला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ के कपाट खुलने पर बर्फ़बारी होने से प्रकृति ने देवी शिकारी माता और कमरुनाग का बर्फ के फाहों से स्वागत किया है। जिससे देव समाज भी खिल उठा है।