ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दागी कह रहे हैं कि उन्हें सम्मान नहीं मिला। उनके चुनाव क्षेत्रों के सारे फैसले, सारे अफ़सर उनकी मर्ज़ी से दिए। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें विधायक बनाकर सम्मान दिया, पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया, क्या वह सम्मान नहीं। उन्होंने कहा कि सत्य यह है कि दागी सम्मान नहीं, बल्कि सामान के भूख थे। जो सामान भाजपा के ब्रीफ़केस में रखा था वह काफी भारी था। उसी के प्रभाव में आकर उन्होंने अपना ईमान बेच दिया। उन्होंने कहा कि हमारे साथ भगवान हैं, क्योंकि भगवान सत्य का साथ देता है और जयराम ठाकुर का कोट सिला-सिलाया रह जाएगा क्योंकि उन्हीं कुर्सी के पीछे उन्हीं की पार्टी के विधायक पड़ जाएँगे। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है, जिसे सरकार अकेले नहीं लड़ सकती है। लेकिन जनबल के सहारे कांग्रेस पार्टी धनबल को जवाब देगी।
सम्मान के नहीं, ब्रीफ़केस में रखे सामान के भूखे थे दागीः मुख्यमंत्री
बोले....आनंद शर्मा का इंडी गठबंधन सरकार में मंत्री पद तय
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी आनंद शर्मा के पक्ष में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया। खुंडिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के दिग्गज नेता आनंद शर्मा को कांग्रेस पार्टी ने कांगड़ा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में मंत्री पर रहते हुए आनंद शर्मा से जब भी हम हिमाचल के लिए कुछ माँगने जाते थे, तो एक फ़ोन पर काम होता था।
काँगड़ा में फेशन टेक्नोलोजी इंस्टीट्यूट, प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार, शिमला में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, नादौन में स्पाइस पार्क तथा शिमला-मटौर फ़ोरलेन आनंद शर्मा की सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि काँगड़ा को ऐसे सांसद की ज़रूरत है, जिसका आवाज पूरा देश सुने। उन्होंने कहा कि जब लोकसभा चुनाव में आनंद शर्मा जीत कर जाएँगे, तो इंडी गठबंधन सरकार में उनका मंत्री पद तय है।
भाजपा पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने नोट के दम पर सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा और मेरे इस्तीफ़े की अफ़वाहें फैलाई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में भगवान को चुनौती देते हुए कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकते हैं। लेकिन व्हिप का उल्लंघन करने के लिए कांग्रेस के छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा जब जनता के वोट से सरकार नहीं बना सकी और नोट के दम से कुर्सी को हथियाने का असफल प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार को कोई ख़तरा नहीं है और कार्यकाल पूरा करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के पड़ोसी क्षेत्र नादौन से आज विधायक मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी होने के नाते विधायक संजय रत्न ने जो कुछ माँगा, इस क्षेत्र को दिया है। यह तो शुरूआत है, आने वाले समय में चंगर क्षेत्र, चंगर नहीं रहेगा और यहां विकास की गंगा बहा देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिना किसी राजनीतिक लाभ के मंशा के सरकारी कर्मचारियों को पहली ही कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन दी, ताकि वह स्वाभिमान के साथ अपना जीवन जी सकें। जबकि जयराम ठाकुर ने पुरानी पेंशन माँगने पर कर्मचारियों को विधायक का चुनाव लड़ने की चुनौती दी और उनपर अत्याचार किए।
अब भाजपा नेता एनपीएस के 9000 करोड़ रुपए रुकवाने में लगे हैं। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले साल आई आपदा को एक युद्ध के रुप में लड़ा, लेकिन जयराम ठाकुर बार-बार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करते रहे। तीन दिन तक चर्चा के बावजूद भाजपा के विधायकों ने हिमाचल प्रदेश को विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया और आपदा प्रभावित 22 हजार परिवारों के साथ खड़े नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए अपने सीमित संसाधनों से 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज दिया। उन्होंने कहा कि वह एक आम परिवार से आते हैं, इसलिए आम आदमी के दर्द को बेहतर ढंग से समझता हूँ। लोगों की तकलीफ़ों को समझते हुए राज्य सरकार ने राजस्व के लंबित मामलों के जल्द निपटारे के लिए राजस्व क़ानूनों में बदलाव किया और राजस्व लोक अदालतों के माध्यम से एक लाख इंतकाल और साढ़े सात हजार से अधिक तकसीम के मामले निपटाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के चोर दरवाज़ों को बंद कर वर्तमान राज्य सरकार ने पंद्रह महीने में 2200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व कमाया। इस राजस्व से विधवाओं और एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का राज्य सरकार उठा रही है और उन्हें घर बनाने के लिए तीन लाख रुपए की मदद दे रहे हैं। मनरेगा की दिहाड़ी 60 रुपए बढ़ाकर 300 की, 70 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को इलाज सरकार उठा रही है, भैंस का दूध 55 रुपए तथा गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर की दर से ख़रीदा जा रहा है।