वहीं बीते दिनों भारी बारिश के कारण विभागिये कर्मचारियों को कार्य करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बैरागढ़ से लोक निर्माण विभाग ने बुलडोजर और एलएनटी मशीनों के जरिये 13 किलोमीटर कालाबन तक मार्ग यातायात के लिए बहाल करवा दिया है। किलाड़ से साच पास दर्रे की ओर 15 किलोमीटर मरथालू नाले तक मार्ग को बहाल करवा दिया गया है। विभाग की ओर पांगी की ओर से दो डोजर और एक एलएनटी मशीन समेत जेई व सहायक अभियंता वह 30 कर्मी मार्ग बहाली के कार्य में जुटे हुए हैंं।
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गौरतलब है कि कि हर वर्ष सर्दियों में भारी हिमपात के कारण छह माह के लिए चंबा-पांगी वाया साच-पास मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो जाता है। चंबा से वाया साच पास किलाड़ की करीब 175 किलोमीटर दूरी है। इसके तहत चुराह के बैरागढ़-साच-पास-किलाड़ मार्ग से 60 किलोमीटर तक बर्फ हटाई जाती है। शेष मार्ग पर किलाड़ की ओर से बर्फ हटाई जाएगी। वाया साचपास पागी मुख्यालय किलाड़ की दूरी करीब 172 किलोमीटर है जबकि वाया मनाली यही दूरी करीब 650 किलोमीटर और वाया जम्मू करीब सात सौ किलोमीटर है।
मार्ग बहाल होने पर पांगी घाटी के लोगों को वाया साचपास होते हुए जिला मुख्यालय चंबा पहुंचने की सुविधा मिलती है। लोक निर्माण विभाग पांगी मंडल के सहायक अभियंता रवि शर्मा ने बताया कि मौसम साफ रहने पर 15 जून तक साच दर्रा बहाल करने का लक्ष्य है। लेकिन बार-बार हो रही बारिश के कारण विभाग की टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।