आदर्श हिमाचल ब्यूरो
आनी। साहब हमें नहीं जुडना नगर पंचायत आनी में।हमें इससे करो बाहर या आनी को बनाओ सदर पंचायत।ये बात एक ज्ञापन में शमेशा, ठोगी ,खोबडा ब लामीसेरी वार्ड के लोगों ने कहे हैं।इन ग्रामीणों का कहना है कि वे ग्रामीण परिवेश से जुड़े हैं और मेहनत मज़दूरी व खेतीबाड़ी कर अपना जीवन यापन करते हैं।
जबकि नगर पंचायत आनी में शामिल किए जाने से उन्हें कोई लाभ नहीं है।उनका कहना कि वर्तमान में कुल्लू जिले का पूरा आउटर सिराज हल्का, पिछड़े क्षेत्र के अंतर्गत आता है, ऐसे में यहां के लोगों को सरकार द्वारा पिछड़े क्षेत्र के तहत कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं, दूसरा क्षेत्र विकास के लिए जिलाधीश के माध्यम से पिछड़ा क्षेत्र उपयोजना की धनराशि भी समय समय पर मिलती है,वहीं मनरेगा एक्ट के तहत भी गांव गांव में तरक्की हो रही है और लोगों को घर द्वार पर ही रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
जबकि नगर पंचायत में शामिल होने से जहां लोगों के ये सारे हित समाप्त हो जाएंगे और वहीं उन्हें भारी भरकम टैक्स भी अदा करना पड़ेगा। समाज सेवी रूप सिंह भारद्वाज तथा युवक मण्डल शमेशा के प्रधान तिलक राज शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वे नगर पंचायत में जोड़ने का कड़ा विरोध करते हैं और सरकार इस बारे में गम्भीरता से बिचार कर जनहित में जल्द कोई सार्थक निर्णय ले। उनका
कहना है कि सरकार आनी को नगर पंचायत बनाने के बजाय सदर पंचायत बनाये, ताकि लोगों के हित बरकरार रहे और आनी कस्वे का भी समुचित ढंग से विकास हो।उनका कहना है सरकार आनी को यदि सदर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी करती है, तो उन्हें इनमें जुड़ने की कोई आपत्ति नहीं।वे सिर्फ नगर पंचायत का कड़ा विरोध करते हैं।