आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला। हिमाचल प्रदेश में आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों को लेकर सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थानों का सम्मान किया गया है। मण्डी के राकेश कुमार, गीता राम व बालक राम को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। जिसमें सबसे अच्छे कार्य के लिए डीडीएमए किन्नौर को प्रथम स्थान तथा डीडीएमए मण्डी को दूसरे स्थान पर सम्मानित किया गया। इसके अलावा 133 इन्फैंट्री बटालियन इकॉलोजिकल डोगरा आर्मी कैंप कुफरी शिमला को भी सम्मान मिला। इंजीनियर शैलेश राणा, सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग चंबा को मणिमहेश यात्रा के दौरान 13 किलोमीटर लंबी सड़क बहाली और कठिन रेस्क्यू कार्यों में घायल होने के बाद भी 75 फंसे श्रद्धालुओं को बचाने के लिए सम्मानित किया गया। वहीं, रेस्क्यू कार्यों में जान गंवाने वाले डोजर ऑपरेटर स्वर्गीय दिनेश कुमार और चालक स्वर्गीय हेमराज के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
इस दौरान युवा आपदा मित्र पहल के तहत 20 एनसीसी कैडेट्स को सात दिवसीय प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर ईआरके किट एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। इस कार्यक्रम में यश, अदित्य कुमार, प्रियांशु, हिमांशु, अमन, लक्ष्य, सूरज, नागेन्द्र, कृतेश, मोहित, अर्पिता, अवंशिका, यशिका, समृति, मुस्कान, नेहा, तमन्ना पांडे, मिशेल वर्मा, पायल भारद्वाज तथा रिया ठाकुर को सम्मानित किया गया। प्रदेश के नौ जिलों जैसे चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, शिमला, सोलन और ऊना में युवा आपदा मित्र योजना (YAMS) लागू की जाएगी। यह योजना NCC, NSS, NYKS और भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के सहयोग से संचालित होगी। इसके तहत 4,070 युवाओं को आपदा प्रबंधन और आपातकालीन प्रतिक्रिया का सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित युवाओं को आपातकालीन प्रतिक्रिया किट (ERK) प्रदान की जाएगी तथा तीन वर्ष तक जीवन और चिकित्सा बीमा का लाभ मिलेगा।
इसी के साथ ही प्रदेश भर में पंचायत स्तर पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण को मजबूत करने के लिए पंचायत आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र (PERC) का शुभारंभ किया गया। प्रत्येक पंचायत में आपदा प्रबंधन टीम का गठन किया गया है जो स्थानीय आपदा जोखिम का मूल्यांकन, राहत एवं बचाव कार्य और जागरूकता अभियान चलाएगी, 10 पंचायतों के प्रधानों को आपातकालीन किट भी वितरित की गई।