आदर्श हिमाचल ब्यूरो
मंडी। महिला एवं बाल विकास निदेशालय, हिमाचल प्रदेश द्वारा मंडी मंडल के अधिकारियों के लिए जेंडर बजटिंग पर तीन दिवसीय मंडल स्तरीय प्रशिक्षण शिविर 26 से 28 मार्च तक सीसीडीयू राज्य प्रशिक्षण केंद्र ढांगसीधार मंडी में आयोजित किया जा रहा है। पहले दिन 26 मार्च को कुल्लू और बिलासपुर जिलों के कृषि, बागवानी, जल शक्ति, उद्योग, लोक निर्माण, ग्रामीण विकास, आबकारी और कराधान, पुलिस, योजना, पशुपालन, राजस्व, भाषा एवं संस्कृति, पंचायती राज, शिक्षा, आयुष, श्रम एवं रोजगार तथा वन विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। दूसरे दिन मंडी और लाहौल स्पीति जिलों के अधिकारी तथा तीसरे दिन गैर राजनीतिक दलों के व एनजीओ के प्रतिनिधि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेंगे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडलायुक्त मंडी मंडल राखिल काहलों ने किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में जेंडर बजटिंग के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता हासिल करने की राह में जेंडर बजटिंग आवश्यक है।
प्रशिक्षण शिविर में आए प्रतिभागियों को लैंगिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए अपने विभागों के संबंध में कार्यक्रमों और नीतियों की योजना बनाने के लिए जागरूक किया गया ताकि योजनाओं का लाभ महिला और पुरुष दोनों को मिले। प्रतिभागियों को इसके लिए अपने विभाग में जेंडर बजटिंग सेल बनाने और अपनी नीतियों और कार्यक्रमों में सुधार के लिए जेंडर का अलग-अलग डेटा इकट्ठा करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया।
निदेशक, महिला एवं बाल विकास रूपाली ठाकुर, डॉ राजीव बंसल संयुक्त निदेशक (सेवानिवृत्त) हिपा, मदन चौहान उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास और भूपेंद्र शर्मा टीओटी महिला एवं बाल विकास ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर विषय विशेषज्ञ प्रतिभागियों को जेंडर बजटिंग के बारे में जागरूक किया।