महाविद्यालय संजौली में ऑनलाइन माध्यम से तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संम्पन

आदर्श हिमाचल ब्यूरो,

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शिमला। शिक्षा केंद्र राजकीय महाविद्यालय संजौली में ऑनलाइन माध्यम से तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संम्पन हुई। नोबेल पुरस्कार 2022 विषय पर आधारित इस संगोष्ठी में 3 दिनों तक नोबेल पुरस्कार की विभिन्न विधाओं पर व्यापक स्तर पर विश्लेषण किया गया।

देशभर के स्रोत विद अपने कार्यक्षेत्र के हिसाब से इस पुरस्कार की विवेचना किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ बृजेश चौहान ने कहा कि प्रतिदिन गूगल मीट माध्यम पर दो वक्ता अपना विस्तृत वक्तव्य दिए और हिमाचल प्रदेश , चंडीगढ़ , पंजाब ,हरियाणा, राजस्थान और जम्मू कश्मीर से प्रतिभागी के रूप में अध्यापक और विद्यार्थी सम्मिलित हुए और अपनी शंकाओं का निवारण किया। उद्घाटन सत्र में प्रोफेसर गिरजा शर्मा साहित्य के क्षेत्र में पुरस्कृत फ्रांस की एनी एरनॉक्स पर अपना वक्तव्य दिया।

इसी सत्र में डॉ अमित सेनगुप्ता शांति के लिए पुरस्कृत एलिस बैली ए टसकी पर अपना वक्तव्य दिया।अगले सत्र में प्रोफेसर वी के मट्टू ने मनोविज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में मिले नोबल पुरस्कार पर वक्तव्य दिया इसके बाद भौतिक विज्ञान में मिले नोबल पुरस्कार पर प्रोफेसर पी के अहलूवालिया ने व्यख्यान दिया। इन्होंने इन्होंने इन्होंने नोबेल पुरस्कार और भौतिक विज्ञान पर वर्तमान सिनेरियो को स्पष्ट किया। अगले अगले स्रोत विद के रूप में डॉ संदीप चौहान ने रसायन विज्ञान पर मिले नोबेल पुरस्कार पर अपना विस्तृत वक्तव्य दिया इसके बाद डॉ टीआर शर्मा ने अर्थशास्त्र पर मिले नोबेल पुरस्कार पर अपना वक्तव्य दिया इस पूरे संगोष्ठी में महाविद्यालय की ओर से डॉ रामलाल शर्मा, डॉ कामायनी बिष्ट नमिता खागटा, डॉ कीर्ति सिंघा डॉ विनय मोहन डॉ अजय कायत ,डॉ संध्या शर्मा आदित्य दुलटा, डॉ पूजा ने कार्यक्रम संचालन और विवरण में सहयोग किया ।

इस संगोष्ठी में नोबेल पुरस्कार की उपयोगिता, प्रायोगिकता और प्रयोजन तथा पुरस्कृत व्यक्तियों की कार्यपद्धती ,उपलब्धि और क्षमता पर विस्तृत चर्चा हुई। जिसमें प्राध्यापकों के अतिरिक्त करीब 5000 विद्यार्थी अलग-अलग सत्रों में सम्मिलित हुए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सी बी मेहता ने कहा कि 3 दिन के इस कार्यक्रम से जहां विद्यार्थी और अध्यापकों नोबेल पुरस्कार के विषय में विविध जानकारी मिली, वंही महाविद्यालय की कार्य विविधता में विस्तार हुआ। इससे पूर्व इसी कड़ी में नोबेल पुरस्कार पर 2022 पर ही आधारित निबंध और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया है।