आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री राजीव सहजल ने कहा की विगत लगभग 500 वर्षों से दुनियाभर के लोग मानते थे कि प्रभु राम का मंदिर वहीं बनना चाहिए जहां उनका जन्म हुआ था। बहुत सारे आंदोलन हुए, कानूनी लड़ाई लड़ी गई, लेकिन वर्षों तक इस मामले को दबाया गया, कभी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण और कभी कानून व्यवस्था का भय दिखाकर दबाया गया।
राम मंदिर के पक्ष में निर्णय आने के बाद कोई हार-जीत का सवाल नहीं आया और न ही किसी ने जुलूस निकाला। आज गौरव के साथ भव्य राम मंदिर बन गया है। इसके लिए मोदी जी ने 11 दिन की कठोर तपस्या करके देश की आध्यात्मिक चेतना को जाग्रत करने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि 500 वर्षों के इस लंबे संघर्ष में कई पीढ़ियां बीत गई। प्रभु श्रीराम का यह वनवास 500 वर्षों का हुआ। इस विस्तीर्ण संघर्ष के पश्चात आज जब रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं, तो यह हम सभी के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली समय है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इस देश की आत्मा, संस्कार व जीवन-पद्धति हैं।भगवान राम अनेक धर्म ग्रंथों में विराजमान हैं, धार्मिक दृष्टि से अनेक देशों ने भी श्रीराम को अपनाया है।भारतीय जनता पार्टी ने 1989 में पालमपुर के प्रस्ताव में यह स्पष्ट किया था, कि प्रभु श्री राम जन्मभूमि पर विराट मंदिर निर्माण का पथ हम प्रशस्त करेंगे। एक समय था, जब एक प्रधानमंत्री सोमनाथ के प्राण प्रतिष्ठा में जाना अपनी ग्लानि समझते थे।एक यह भी समय है, सारे यम नियमों का पालन करते हुए एक संन्यासी का जीवन धारण कर जब रघुनाथ की प्राण प्रतिष्ठा आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने कर-कमलों से की। मोदी जी के नेतृत्व में हम रामराज्य की कल्पना को साकार करने में लगे हैं और उसे आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी कंवल मात्र सनातन पर राजनीति करने का प्रयास करती है। अगर देश भर में देखा जाए तो कांग्रेस पार्टी ने हमेशा सनातन का विरोध ही किया है।