उत्तर प्रदेश: राजधानी में किसान महापंचायत में तय होगी आगे की रणनीति, संयुक्त किसान मोर्चा है आयोजक

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लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने कसी कमर

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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लखनऊ।(आरएनएस ) तीन विवादास्पद कृषि कानूनों की वापसी समेत अन्य प्रमुख मांगों को लेकर एक वर्ष से अधिक समय से आंदोलनरत रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने राजधानी लखनऊ में सोमवार को किसान महापंचायत बुलाई है, जिसमें यह किसान मोर्चा अपनी आगे की रणनीति तय करेगा। फिर इसके बाद 26 नवंबर को गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की बैठक बुलाई जायेगी।

तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की केंद्र की घोषणा के बावजूद किसान नेताओं का कहना है कि जब तक सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून नहीं बनाती है तथा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की राजधानी में आयोजित किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए प्रदेश के जिलों से किसानों का दल रवाना होने लगा है।

लखनऊ के बंगला बाजार (पुरानी जेल रोड) स्थित इको गार्डन में होने वाली महापंचायत में आने वाले किसानों के खाने-पीने के लिए आयोजकों ने इंतजाम किया है। संयुक्त किसान मोर्चा से जुडेÞ कुछ प्रतिनिधियों से जब बात की गई तो उनका यही कहना रहा कि महापंचायत स्थल पर तीन बड़े लंगर लगाये गये हैं और आगे जैसी जरूरत होगी उसके हिसाब से और व्यापक इंतजाम किये जायेंगे। इसके अलावा किसानों को पीने के पानी के लिए टैंकर और पानी की बोतलों का इंतजाम किया गया है।

वहीं लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने भी इस आयोजन की सुरक्षा को लेकर व्यापक तैयारी की है। लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने रविवार को एक समाचार एजेंसी को बताया कि महापंचायत को लेकर सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किये गये हैं और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि यातायात प्रबंधन के लिए भी व्यापक तैयारी की गई है ताकि आवागमन में किसी प्रकार की दिक्कत किसी भी वर्ग को न होने पाये।