इस बार मानसून में 24 जून से 26 जुलाई तक प्रदेश में 5,361.16 करोड़ रुपये का नुकसान
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला । हिमाचल प्रदेश के कई भागों में ऑरेंज अलर्ट झमाझम बारिश जारी है। जगह-जगह भूस्खलन के चलते सैकड़ों सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है। वहीं, कई जलापूर्ति योजनाएं व बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं। सोमवार रात को भारी बारिश से हुए भूस्खलन के चलते नेशनल हाईवे-5 वाहनों की आवाजाही के लिए बाधित हो गया। खनेरी में पहाड़ी दरकने से बड़ी मात्रा में मलबा हाईवे पर आ गया।
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चंबा, झाकड़ी के ब्रोनी नाले में भी वाहनों की आवाजाही पर ब्रेक लग गई। इससे हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।उधर, प्रदेश की राजधानी शिमला के विकासनगर में देवदार का पेड़ गिरने से गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। पेड़ गिरने से कुछ देर के लिए वाहनों की आवाजाही भी बंद रही। शिमला-जुन्गा-साधुपुल सड़क पर भी भूस्खलन हुआ है। इस बार मानसून में 24 जून से 26 जुलाई तक प्रदेश में 5,361.16 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। 168 लोगों की जान गई है। बाढ़ से 653 मकान ढह गए जबकि 6,711 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस दौरान भूस्खलन की 68 और अचानक बाढ़ की 51 घटनाएं सामने आई हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ओर से प्रदेश के कई भागों में 27 व 28 जुलाई के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 29 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। प्रदेश में 2 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है।