आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन यूनुस की अध्यक्षता में आज यहां विश्व पर्यटन दिवस की पूर्व संध्या पर पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा सभी जिला पर्यटन अधिकारियों तथा होटल एसोसिएशन व एडवेंचर एसोसिएशन के लिए एक वेबिनार आयोजित किया गया। वेबिनार में सभी जिला पर्यटन अधिकारियों और होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और पर्यटन गतिविधियों को लेकर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
यूनुस ने सभी को पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विश्व पर्यटन दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित इस वर्चुअल काॅन्फ्रेंस में पर्यटन कारोबारियों में व इससे जुड़े हितधारकों ने अपने सुझाव दिए हैं, जिन पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह वर्चुअल काॅन्फ्रेंस काफी सार्थक रही है और इससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की समस्याओं को जानने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। प्रति वर्ष पूरे विश्व में एक थीम को लेकर पर्यटन दिवस का आयोजन किया जाता है और इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण वर्चुअल काॅन्फ्रेंस के माध्यम से पर्यटन दिवस के बारे में बनाया गया।
उन्होंने कहा कि हर वर्ष 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है और संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा हर वर्ष इसके लिए एक थीम अनुमोदित की जाती है। इस वर्ष की थीम ‘पर्यटन और ग्रामीण विकास’ है, जो बहुत महत्वपूर्ण है।
निदेशक ने बताया कि प्रदेश सरकार ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है और पर्यटन उद्योग का देश-प्रदेश आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहता है। पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जो सबसे अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाता है। हिमाचल प्रदेश की पहचान भी एक पर्यटन राज्य के तौर पर है तथा यहां बड़ी संख्या में लोग पर्यटन कारोबार से जुड़े हुए हैं। प्रदेश के पर्यटन उद्योग का राज्य सकल घरेलु उत्पाद में 7.3 प्रतिशत योगदान है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश में पर्यटन उद्योग एक बार पुनः गति पकड़ेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कोरोना के इस दौर में सरकार द्वारा निर्धारित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।